भारत-पाक सीमा बलों की वार्ता समाप्त
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: भारत के बीएसएफ और पाकिस्तानी रेंजरों के बीच चार दिवसीय वार्ता एक नई उम्मीद के साथ शनिवार को समाप्त हो गई. इस दौरान दोनों पक्षों ने सीमा पर शांति और सौहार्द्र के लिए कदम उठाने पर सहमति जताई. दोनों देशों के सीमा सुरक्षा बलों के महानिदेशकों के बीच वार्ता सौहार्द्रपूर्ण माहौल में एक समझौते पर हस्ताक्षर के साथ संपन्न हो गई.
वार्ता के दौरान दोनों पक्षों ने निर्दोष नागरिकों के जीवन बचाने के लिए सीमा पर गोलीबारी नहीं करने सहित विभिन्न मुद्दों पर आम सहमति जताई.
बीएसएफ प्रमुख डी.के. पाठक ने कहा, “वार्ता नई उम्मीद के साथ समाप्त हो गई. दोनों पक्षों ने सीमा पर शांति व सौहार्द्र बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयासों पर सहमति जताई.”
सूत्रों ने कहा कि सीमा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन व तनाव बढ़ने से रोकने के लिए पाठक व पाकिस्तानी रेंजर प्रमुख, मेजर जनरल उमर फारूक बुर्की के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने मोबाइल फोन, ई-मेल व फैक्स के माध्यम से संपर्क में रहने पर सहमति जताई.
सूत्रों के मुताबिक, वार्ता के दौरान सीमा की मर्यादा बनाए रखने को लेकर सहयोग की जरूरत पर भी बल दिया गया.
सीमा पर रहने वालों द्वारा लापरवाही से सीमा पार करने व उन्हें वापस कैसे लाया जाए, इस पर भी दोनों पक्षों ने चर्चा की. दोनों पक्षों ने महसूस किया कि नागरिकों से निपटते समय सावधानी बरतने की जरूरत है.
भविष्य में सहयोग को लेकर एक मार्ग बनाने के लिए एक जॉइंट रिकॉर्ड डिस्कशन पर दोनों पक्षों ने हस्ताक्षर किए.
दोनों पक्षों ने अगली वार्ता पाकिस्तान में 2016 में करने को लेकर सहमति जताई.
पाकिस्तानी रेंजर प्रमुख 16 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत पहुंचे थे, जबकि बीएसएफ ने 23 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया.
दोनों ही प्रतिनिधिमंडलों के साथ गृह व विदेश विभाग के भी प्रतिनिधि थे. मादक पदार्थ नियंत्रण व सर्वेक्षण विभाग के अधिकारी भी उनके साथ थे.
अधिकारियों ने कहा कि वार्ता के बाद पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल स्वदेश रवाना हो गया.
इस वार्ता की शुरुआत 10 सितंबर को नई दिल्ली स्थित बीएसएफ मुख्यालय में हुई.