भारत पेट्रोलियम लगा सकती है पॉलीयूरीथेन संयंत्र
कोच्चि | एजेंसी: तेल विपणन कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) केरल के कोच्चि शहर में एक स्थानीय कंपनी मनाली पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड के साथ बराबर की भागीदारी में पॉलीयूरीथेन संयुक्त उपक्रम स्थापित करने की संभावना पर विचार कर रही है. इस संयंत्र पर करीब 2,500 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है.
बीपीसीएल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कोच्चि से फोन पर बताया, “हम कोच्चि में पॉलीयूरीथेन परियोजना स्थापित करने के लिए मनाली पेट्रोकेमिकल्स के साथ संयुक्त उपक्रम की संभावना तलाशने की प्रक्रिया में हैं. एक अध्ययन संयुक्त तौर पर किया जा रहा है.”
अधिकारी ने कहा कि बीपीसीएल कोच्चि में अपनी रिफायनरी की क्षमता को मौजूदा 95 लाख टन प्रति वर्ष (टीपीए) से बढ़ाकर 1.55 करोड़ टीपीए कर रही है. विस्तार की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद कंपनी की प्रोपाइलीन क्षमता मौजूदा 50,000 टीपीए से बढ़कर 5,00,000 टीपीए तक पहुंच जाएगी.
प्रोपाइलीन, पॉलीयूरीथेन के लिए कच्चा माल है और बीपीसीएल कोच्चि में मूल्य वर्धित पेट्रोकेमिकल उत्पाद के क्षेत्र में कदम रखना चाहती है.
मनाली पेट्रोकेमिकल्स के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “प्रारंभिक अध्ययन पूरा हो चुका है और दोनों कंपनियों के बोर्ड को इसकी जानकारी दे दी गई है. अब अगले कदम के तौर पर एक विस्तृत व्यवहार्यता अध्ययन की शुरुआत की जाएगी.”
अधिकारी ने कहा कि अभी इस संयुक्त उपक्रम में किसी विदेशी साझेदार की योजना नहीं है. उन्होंने कहा, “प्रोपाइलीन की उपलब्धता के आधार पर संयंत्र की क्षमता निर्भर करेगी. 3,00,00 टीपीए क्षमता का संयंत्र आदर्श होगा.”
अधिकारी के मुताबिक परियोजना के लिए करीब 100 एकड़ भूखंड का अधिग्रहण करना होगा और इस परियोजना से करीब 1,000 लोगों को रोजगार मिलेगा.
इस उद्योग के जानकारों के अनुसार देश में इस वक्त करीब 3,25,000 टीपीए पॉलीयूरीथेन की मांग है, जिसकी करीब 80 फीसदी आपूर्ति आयात से होती है.