बोफोर्स के दलाल क्वात्रोच्चि की मौत
मिलान: बहुचर्चित बोफोर्स घोटाले के मुख्य आरोपी ओतावियो क्वात्रोची की दिल का दौरा पड़ जाने से इटली के मिलान शहर में मृत्यु हो गई. क्वात्रोच्चि पर बोफोर्स तोप सौदे में बिचौलिये के रुप में दलाली लेने का आरोप लगा था लेकिन उस पर कभी भी इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई. घोटाले का खुलासा होने के बाद क्वात्रोच्चि 1993 में जो भारत से फरार हुआ तो फिर कभी सीबीआई के हाथ नहीं लग सका.
गौरतलब है कि साल 1986 में भारत सरकार ने स्वीडन की कंपनी एबी बोफोर्स से 1437 करोड़ रुपए में 155 एमएम की 410 होवित्जर तोपें खरीदी थी. इस सौदे के लेकर उसी साल मीडिया में खुलासा हुआ कि कंपनी ने इस सौदे के लिए प्रमुख नेताओं को 64 करोड़ रुपए की रिश्वत दी है. उस समय क्वात्रोची पर सौदे के लिए दलाली खाने का आरोप लगा था.
मामले को लेकर भारतीय राजनीति में काफी बवाल हुआ था जिसका खामियाज़ा तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी को 1989 के लोकसभा चुनाव में सत्ता खोकर उठाना पड़ा था.
सीबीआई ने 1990 में सौदे में दलाली के आरोपों पर मामला दर्ज किया था. क्वात्रोच्चि के भारत से फरार होने के बाद उसके खिलाफ सीबीआई ने इंटरपोल की मदद से रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी करवाया लेकिन सरकार 2002 में मलेशिया से और 2007 में अर्जेंटीना से उसका प्रत्यर्पण नहीं करवा पाई.
इस मामले के तीन अन्य अभियुक्तों एस के भटनागर, विन चढ्ढा और मार्टिन आर्डबो की पहले ही मृत्यु हो चुकी है. साल 2011 में मामले में कोई खास प्रगति न होते देख सीबीआई ने केस को बंद करवा दिया था.