भाजपा का घोषणापत्र कांग्रेस की नकल
नई दिल्ली | एजेंसी: कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के घोषणा पत्र को उसके घोषणापत्र की नकल बताया है. इसके अलावा वाम दलों और आप जैसे विपक्षी दलों ने इसे सांप्रदायिक दस्तावेज करार दिया है.
कांग्रेस ने यह भी कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का घोषणापत्र दर्शाता है कि पार्टी का व्यक्तिवादी राजनीति में भरोसा है न कि नीति आधारित राजनीति में.
पार्टी के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने एक संवाददाता सम्मेलन में यहां कहा, “वास्तव में कांग्रेस में हमारी तारीफ की जा रही है टिप्पणी सुनकर हम खुश हैं. यह (भाजपा का घोषणापत्र) कुछ और नहीं कट पेस्ट कर तैयार किया गया है. यह कांग्रेस के घोषणापत्र के जैसा ही दिखता है. बस नाम बदल दिए गए हैं.”
उन्होंने कहा, “शायद इसीलिए इसे जारी करने में इतना वक्त लगा क्योंकि नकल उतारने में वक्त लगता है. देश के चुनावी इतिहास में यह पहला मौका है जब मतदान की प्रक्रिया शुरू होने के बाद घोषणा पत्र जारी किया गया है.”
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के नेता गुरुदास दासगुप्ता ने राम मंदिर निर्माण का वादा किए जाने का मुद्दा उठाया.
उन्होंने कहा, “वे एक बार फिर राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए, इसका नारा लगाया है. यह हिंदू मतों को अपनी ओर करने के उद्देश्य से किया गया है.”
मार्क्स वादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता प्रकाश करात ने कहा, “भाजपा का घोषणा पत्र सांप्रदायिक और विभाजनकारी है. इसने दर्शाया है कि हिंदुत्ववादी और कारपोरेट शक्तियों का गठजोड़ कितना खतरनाक हो सकता है.”
आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा है कि भाजपा के घोषणा पत्र का सबसे चिंताजनक पहलू उसके नेताओं के हाल के भाषणों के अनुरूप है. यह उनके सांप्रदायिक एजेंडे की अभिव्यक्ति है.