छत्तीसगढ़ में भाजपा साफ
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी विधानसभा चुनाव हार गई है. पार्टी को 90 में से केवल 15 सीटें मिली हैं. इसके उलट कांग्रेस पार्टी ने 68 सीटों पर कब्जा जमाया है. बहुजन समाज पार्टी को 2 और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ को 5 सीटें मिली हैं.
कांग्रेस पार्टी को मिली इस अप्रत्याशित जीत के बाद कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि यह लोकतंत्र की जीत है. बीजेपी के पास बहुत पैसा है और भ्रष्ट अधिकारियों की एक टीम भी, उनकी जेब में षड्यंत्रकर्ता भी थे. इन सब के बावजूद छत्तीसगढ़ के लोगों ने ऐतिहासिक जनादेश दिया है.
पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा कि हम नम्रतापूर्वक जनमत को स्वीकार करते हैं. उन्होंने हमें अधिकार नहीं दिया है बल्कि जिम्मेदारी दी है. उन्होंने हमारे चुनावी घोषणापत्र में किए गए वादों पर यकीन किया. लोगों ने राहुल गांधी के शब्दों पर भरोसा किया.
इस हार के बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए कांग्रेस को बधाई दी. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने जनता के लिए बीते 15 साल में कई अच्छे काम किए हैं. इस चुनाव में जनता ने उनकी पार्टी के खिलाफ जनादेश दिया है और हम इसका सम्मान करते हैं.
रमन सिंह सरकार के आठ मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा है. इनमें राजेश मूणत, प्रेम प्रकाश पांडे, अमर अग्रवाल, रामसेवक पैकरा, भईयालाल रजवाड़े, केदार कश्यप, महेश गागड़ा, दयालदास बघेल शामिल हैं. भाजपा के रायपुर से श्रीचंद सुंदरानी, धरसींवा से देवजी भाई पटेल, रायपुर ग्रामीण से नंदे साहू, आरंग से संजय ढीढी, अभनपुर से चंद्रशेखर साहू, खरसिया से ओपी चौधरी, कांकेर से विक्रम उसेंडी, जगदलपुर से संतोष बाफना, डोंगरगांव से मधुसुधन यादव चुनाव हार गए.
कांग्रेस पार्टी के तेज तर्रार नेता मोहम्मद अकबर राज्य में सर्वाधिक 71 हजार वोटों से जीते. यह आज तक की छत्तीसगढ़ में किसी विधायक की सबसे बड़े अंतर की जीत है.
आजादी के बाद पहली बार कोटा विधानसभा सीट कांग्रेस पार्टी हारी है. कोटा विधानसभा सीट से जनता कांग्रेस की नेता रेणु जोगी लगभग पांच हजार दो सौ वोटों से जीतीं. उनके पति मरवाही से अजित जोगी लगभग 40 हजार वोटों से जीते. हालांकि बसपा की टिकट पर खड़ी हुई अजीत जोगी-रेणु जोगी की बहु ऋचा जोगी अकलतरा विधानसभा सीट से भाजपा के सौरभ सिंह से लगभग चार हजार वोटों से हार गईं.