भाजपा की जीत पर बयानों का घमासान
नई दिल्ली | संवाददाता: गुजरात विधानसभा चुनाव के सभी परिणाम आ चुके हैं. हिमाचल में अब सिर्फ़ दो परिणाम घोषित होने बचे हैं. दोनों राज्यों में भाजपा को बहुमत मिला है. कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही है.
गुजरात – कुल 182 सीटें
भारतीय जनता पार्टी – 99 सीटें
कांग्रेस – 77
नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी -1
भारतीय ट्राइबल पार्टी- 2
निर्दलीय – 3
हिमाचल प्रदेश – कुल 68 सीटें, नतीजे- 66
भारतीय जनता पार्टी – 44 सीटें
सीपीएम- 1
कांग्रेस – 21
निर्दलीय – 2
दोनों राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा सरकार बना लेगी, यह बात तय है. इधर मीडिया में बयानों की बाढ़ है. प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोकतंत्र में चुनाव सरकार के काम का लेखा-जोखा होते हैं. आज मध्यम वर्ग की अपेक्षाएं इतनी अधिक हैं कि वो इन्हें जल्द से जल्द पूरा करना चाहता है. हिमाचल ने जिस प्रकार से नतीजे दिखाए हैं, वो इस बात का सबूत हैं कि अगर आप विकास नहीं करते हैं, गलत कामों में उलझे हैं, तो 5 साल के बाद जनता आपको स्वीकार नहीं करती है.
उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुये कहा कि के वातावरण में किसी सरकार का दोबारा जीतना राजनीतिक विश्लेषकों के लिए बहुत बड़ी घटना के रूप में देखा जा रहा है. गुजरात एक अपवाद है. 1989 से वहां लगातार जीतते आ रहे हैं. मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से गुजरात की जीत दोहरी खुशी है. क्योंकि आम तौर पर लंबे अरसे तक जो व्यक्ति मुखिया रहा हो, उसके वहाँ से हटने के बाद गिरावट आने के बाद चर्चा होती है. तुलना होने लगती है, डिमोरलाइज़ करने का प्रयास होता है. मोदी ने कहा कि मेरे लिए खुशी है कि गुजरात छोड़ने के बाद कार्यकर्ताओं ने जिस तरह से गुजरात को संभाला है, ये मेरे खुशी की बात है. मेरे आने के बाद भी गुजरात में विकास जारी है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी तो सिर्फ़ दिखती थी मैदान में हैं, लेकिन उसके सिवाय कितनी ताकतें लगी हुई थी कि एक बार गुजरात में गिरा दो. कैसे-कैसे षडयंत्र किए गए, कैसी-कैसी चालें चली गई, विकास के संबंध में राजी-नाराजी तो हो सकती है, लेकिन कोई विकास की मज़ाक उड़ाए, ऐसा सार्वजनिक जीवन में होता नहीं है. उन्होंने कहा कि 30 साल पहले गुजरात में जातिवाद का ज़हर डाल दिया गया था, वहाँ मुझ जैसे लाखों कार्यकर्ताओं ने उसे ख़त्म किया था. लेकिन सत्ता भूख के कारण इस चुनाव में कुछ लोगों ने फिर से एक बार जातिवाद के बीज बोने के प्रयास किए हैं, जिसे गुजरात की जनता ने नकार दिया है.
गुजरात और हिमाचल में भाजपा की बढ़त को लेकर ट्वीटर पर भी कमेंट्स की बाढ़ आ गई है. उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा है-गुजरात और हिमाचल में जीत के लिए पीएम मोदी और अमित शाह को बधाई. ये जीत साबित करती है कि मोदी का नेतृत्व यशस्वी है. आर्थिक महाशक्ति के तौर पर स्थापित करने के पीएम मोदी के जो कदम हैं, देश ने उन्हें स्वीकार किया है.
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा-नतीजे बताते हैं कि विकास पागल नहीं होता. विकास का मज़ाक नहीं उड़ाना चाहिए.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा-जेएनयू में बीफ पार्टी और गुजरात में जनेऊ. गुजरात की जनता ने राहुल गांधी को सबक दिला दिया. ये राहुल की हार है.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा-ये उन नागरिकों की जीत है, जिन्होंने विकास में यकीन दिखाया है.
कांग्रेस प्रवक्ता शकील अहमद ने एक निजी चैनल से बात करते हुए कहा-स्मृति ईरानी राहुल के खिलाफ बोल रही हैं. वो शायद भूल गईं हैं कि वो राहुल गांधी से चुनाव हार चुकी हैं. वो खुद कोई चुनाव नहीं जीती हैं.
कमलनाथ ने कहा-बीजेपी का गढ़ गुजरात है. पीएम के गृहक्षेत्र में अगर बीजेपी पिछले चुनाव के मुकाबले कम सीट लाई है तो ये विकास के किए जा रहे दावों को गलत साबित करते हैं. पिछली बार की तुलना में कांग्रेस ने राज्य में काफी बढ़ोत्तरी हुई है.
आप नेता कुमार विश्वास ने ट्विटर पर लिखा-आज के चुनावी परिणाम का एक सबक ये भी है कि भारतीय राजनीति में संवाद-संघर्ष का वक्त लौट रहा है. चरण पादुका और चौकड़ी राजनीति का वक्त ढल रहा है.
पत्रकार निखिल वाग्ले ने लिखा-बीजेपी के लिए संदेश है. लोगों को हल्के में न लें. गांवों के मुद्दे भी देखिए. लंबे वक्त तक मोदी आपको नहीं बचा सकते. 100 सीटों से पार पहुंचने पर मोदी को मणिशंकर अय्यर को शुक्रिया कहना चाहिए.