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सीडी कांड में भाजपा नेता से फिर पूछताछ

रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के मंत्री राजेश मूणत की कथित सेक्स सीडी कांड में भाजपा नेता कैलाश मुरारका से सीबीआई ने फिर पूछताछ की है. सूत्रों का कहना है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश मुरारका ने सीबीआई को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज़ सौंपे हैं. मुरारका के अलावा सीबीआई ने अपने कैंप कार्यालय में उनके बेटे को भी बुलाया था. कैलाश मुरारका के बेटे से भी पुलिस ने कई घंटों तक पूछताछ की.

भाजपा नेता कैलाश मुरारका को लेकर कहा जा रहा है कि वे पिछले कई सालों से सीडी निर्माण की कहानी जानते थे और उन्होंने शीर्ष नेताओं को समय समय पर इसकी जानकारी भी उपलब्ध कराई थी. भाजपा नेता ने सीडी बनाने वाले लोगों की जानकारी भी सत्ता में शामिल शीर्ष लोगों तक पहुंचाई थी. लेकिन इन मामलों में कोई कार्रवाई नहीं हुई. कहा जाता है कि सेक्स सीडी बनवाने में रायपुर के कुछ अधिकारी भी शामिल रहे हैं.

इस बीच प्रदेश कांग्रेस ने कथित अश्लील सीडी कांड के संदिग्ध आरोपी रिंकू खनूजा की मौत पर सरकार पर हमला बोला. कांग्रेस नेताओं ने पूछा कि रिंकू खनूजा की मौत के 50 दिन बाद भी सीबीआई व राज्य पुलिस खामोश क्यों है? कांग्रेस ने रिंकू खनूजा की मौत को पॉलिटिकल मर्डर बताते हुए आरोप लगाया कि आखिर किस साहब और आका को बचाने का प्रयास हो रहा है?

कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितीन त्रिवेदी, पूर्व महापौर किरणमयी नायक और कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए यह सवाल उठाया. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि रिंकू खनूजा के परिवार ने अपना एक सदस्य खो दिया है और 50 दिन होने के बाद जांच एजेंसियां हाथ पर हाथ धरे बैठी है.

नेताओं ने कहा कि रिंकू की संदिग्ध मौत के मामले में बहुत सारे प्रश्न अभी तक अनुत्तरित है. इन प्रश्नों का जवाब निकालना सीबीआई और राज्य पुलिस के लिए बहुत सहज और आसान है मगर जानबूझकर रिंकू खनूजा की मौत के मामले में असली गुनहगारों को बचाया और छिपाया जा रहा है.

इन कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सीडी कांड के कथित आरोपी रिंकू ने जिस दूकान के भीतर कथित रुप से आत्महत्या की, उस दुकान के बाहर ताला लगा हुआ था. जबकि कोई भी व्यक्ति अंदर आत्महत्या करे और बाहर जाकर ताला लगाए, यह संभव ही नहीं है. इसके अलावा रिंकू खनूजा के पास से उसकी गाड़ी की चाबी नहीं मिली जबकि उसकी गाड़ी दुकान के सामने खड़ी थी.

रिंकू खनूजा की कथित आत्महत्या को लेकर नेताओं ने आरोप लगाया कि यदि रिंकू खनूजा ने वाकई में आत्महत्या की होती तो उसके मोबाइल, चश्मे और पैसे की तरह गाड़ी की चाबी भी उसके पास होनी चाहिए थी. क्यों नहीं थी? कौन ले गया था?

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सीबीआई के द्वारा पूछताछ के लिए 1 जून से लेकर मृत्यु तक रिंकू खनूजा की कॉल डिटेल को सार्वजनिक किया जाए. यह भी बताया जाए कि अगर रिंकू ने दुकान में आत्महत्या की थी तो उसके मोबाइल की लोकेशन उसकी दुकान की ही थी फिर सीबीआई वाले दुकान तक क्यों नहीं आए? सीबीआई ने लगातार रिंकू के परिवारजनों को गुमराह क्यों किया कि उसकी लोकेशन रामकृष्ण अस्पताल के पास मिल रही है? रिंकू ने अपने परिवारजनों को बताया था कि मैं सरकारी गवाह बन रहा हूं. रिंकू यदि सरकारी गवाह बन रहा था तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि रिंकू के बयानों के आधार पर कौन आरोपी बन रहा था? इसे सीबीआई ने अभी तक सार्वजनिक नहीं किया है?

कांग्रेस नेताओं के इन आरोपों के बीच खबर है कि सीबीआई इस मामले में जल्दी ही अदालत में चालान पेश कर सकती है. हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है. लेकिन माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव से पहले सीबीआई इस मामले में अपनी रिपोर्ट पेश कर सकती है.

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