राज्यसभा में भी भाजपा बनी सबसे बड़ी पार्टी
नई दिल्ली | संवाददाताः भाजपा अब राज्यसभा में भी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. केंद्रीय मंत्री और मध्यप्रदेश के सांसद अनिल माधव दवे के निधन के बाद राज्यसभा को लेकर हुये चुनाव में मध्यप्रदेश से भाजपा की सम्पतिया उइके ने गुरूवार को राज्य सभा में शपथ ली. इसके साथ ही विपक्षी दल कांग्रेस के पास राज्यसभा में 57 सदस्यों के मुकाबले भाजपा के पास 58 सदस्य हो गये हैं. भारतीय इतिहास में पहली बार भाजपा को उच्च सदन में इतनी सीटें मिल पाई हैं.
हालांकि इस बढ़त के बाद भी राज्यसभा में भाजपा के पास निर्णायक बहुमत नहीं है. ऐसे में किसी प्रस्ताव, विधेयक या संशोधन की राह में राज्यसभा की मुश्किलें अभी भी बरकरार रहेंगी.
वैसे भाजपा बिहार में हुये अपने ताजा गठबंधन से खुश है और जदयू के सदस्यों के साथ आने से संसद के उच्च सदन में भी उसकी ताकत बढ़ी है. नीतीश कुमार के साथ जारी गठबंधन राष्ट्रीय स्तर पर भी विस्तार पा सकता है. हालांकि यह सब कुछ इतना आसान नहीं होगा.
इसके अलावा मंगलवार को जिन नौ सीटों पर चुनाव होना है, वहां से भाजपा के दो सदस्यों का आना तय है. उसके मुकाबले कांग्रेस का केवल एक सदस्य ही चुना जायेगा. पश्चिम बंगाल से कांग्रेस के दो सदस्य हटेंगे और नये चुनाव में केवल एक सदस्य को जगह मिलेगी. यहां से ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को 5 सीटों का लाभ होने वाला है.
भाजपा को अपने निर्णायक बहुमत के लिये साल भर और प्रतीक्षा करनी होगी, जब उत्तरप्रदेश जैसे राज्यों में राज्यसभा सदस्यों के लिये चुनाव होंगे. यहां से भाजपा के जितने सदस्य चुन कर जायेंगे, उसके बाद भाजपा की राह आसान हो सकती है.