वीरभद्र पर इस्तीफे का दबाव बढ़ाया
नई दिल्ली | एजेंसी: वीरभद्र सिंह के इस्तीफे की मांग पर अड़ी भाजपा ने बुधवार को निर्वाचन आयोग का दरवाजा खटखटाया. भाजजपा ने निर्वाचन आयोग से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
पार्टी की युवा इकाई भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष और सांसद अनुराग ठाकुर ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त वी. एस. संपत से बुधवार को मुलाकात की और वीरभद्र सिंह पर चुनावी हलफनामे में सूचना छिपाने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
पार्टी ने आरोप लगाया है कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने जिस वेंचर एनर्जी एंड टेक्नोलॉजी प्रा.लि.की लंबित पनबिजली परियोजना को विस्तार दिया है, उसने वीरभद्र सिंह और उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह को चेक के माध्यम से 3.5 करोड़ रुपये का भुगतान किया है.
भाजपा ने दावा किया है कि प्राप्त राशि को ऋण के रूप में दर्शाया गया है और वीरभद्र सिंह और उनके परिवार के लोग बिजली कंपनी के प्रमोटर से संबंधित दूसरे फर्म में अंशधारक बनाए गए हैं.
ठाकुर ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपने चुनावी हलफनामे में भुगतान या हिस्सेदारी का उल्लेख नहीं किया है.
ठाकुर ने संवाददाताओं से कहा, “हमने निर्वाचन आयोग से कहा है कि यदि वीरभद्र सिंह ने सूचना छिपाई है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.” उन्होंने आगे बताया कि आयोग ने उन्हें आश्वासन दिया है कि इस मामले में उपयुक्त कार्रवाई की जाएगी.
हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से सांसद ठाकुर ने कहा कि यह कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान पर भी सवालिया निशान लगाता है.