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प्रवासी भारतीयों को वोट की सुविधा दें: भाजपा

नई दिल्ली | समाचार डेस्क: भाजपा ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त से मुलाकात कर मांग की है कि विदेशों में रहने वाले भारतीयों को चुनाव में मतदान करने की व्यवस्था करे. इस सिलसिले में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त वी. एस. संपत से मुलाकात की. अनिवासी भारतीयों को जन प्रतिनिधित्व अधिनियम-1951 में संशोधन कर 2010 में मतदान का अधिकार प्रदान किया गया.

भाजपा की अनिवासी भारतीय शाखा के संयोजक विजय जोली ने कहा कि अधिकांश अनिवासी भारतीय अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं कर पाते, क्योंकि इसके लिए उन्हें भारत आना पड़ता है.

मुख्य निर्वाचन आयुक्त को सौंपे एक पत्र में भाजपा नेताओं ने डाक मतपत्र या भारतीय दूतावासों के जरिए अनिवासी भारतीयों को मतदान की सुविधा मुहैया कराने की मांग की है.

पत्र के अनुसार, “उनकी पेशेवर एवं पारिवारिक स्थितियों के कारण अधिकांश लोगों के लिए भारत आना संभव नहीं हो पाता, खासकर मतदान के लिए तो और भी नहीं. हमारे विचार से सिर्फ मतदान के लिए भारत यात्रा व्यावहारिक भी नहीं है.”

अपने पत्र में भाजपा नेता ने आगे कहा है, “इन कठिनाइयों को देखते हुए, अधिकांश अनिवासी भारतीयों के लिए मतदान का अधिकार सिर्फ कागजी कानून बनकर रह गया है.”

इसके अलावा भाजपा ने इस बात पर भी ध्यान दिलाया कि 20 लाख मलयाली नागरिकों के विदेशों में बसे होने के बावजूद सिर्फ 8,802 नगरिकों के नाम मतदाता सूची में शामिल किए गए हैं. और इनमें से भी सिर्फ 4,639 लोगों ने केरल में 13, 2011 को हुए पिछले विधानसभा चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग किया. गौरतलब है कि प्रवासी भारतीयों में भाजपा के समर्थकों की अच्छी-खासी संख्या हैं तथा विदेशों में नरेन्द्र मोदी के समर्थक बड़ी संख्या में हैं.

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