बिहार: चौथे चरण में 57% मतदान
पटना | समाचार डेस्क: बिहार चुनाव में रविवार को 55 विधानसभा क्षेत्रों में शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न हो गया. इस चरण में 57 प्रतिशत से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक, चौथे चरण में सात जिलों के सभी 55 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान संपन्न हुआ. आयोग के अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी आऱ लक्ष्मणन ने बताया कि इस चरण में कुल 1,47,39,120 मतदाताओं में से 57.59 फीसदी मतदाताओं ने 14,139 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग किए.
उन्होंने बताया कि सबसे अधिक 59.96 प्रतिशत मतदान पूर्वी चंपारण जिले में, जबकि सबसे कम 54.31 प्रतिशत मतदान सीवान जिले में हुआ. इसके अलावे पश्चिमी चंपारण में 59.17 प्रतिशत, शिवहर में 56.05 प्रतिशत, सीतामढ़ी में 56.09 प्रतिशत, मुजफ्फरपुर में 56.83 प्रतिशत और गोपालगंज जिले में 58.90 प्रतिशत मतदाताओं ने मत डाले.
पिछले विधानसभा चुनाव में इन क्षेत्रों में 54.28 प्रतिशत मतदाताओं ने मत डाले थे.
इस चरण में 57 महिलाओं सहित 776 उम्मीदवार मैदान में हैं.
चौथे चरण में पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, सीवान, मुजफ्फरपुर और गोपालगंज जिले के 55 विधानसभा क्षेत्रों में से आठ विधानसभा क्षेत्रों में अपराह्न् चार बजे, जबकि चार विधानसभा क्षेत्रों में अपराह्न् तीन बजे मतदान संपन्न हो गया. शेष विधानसभा क्षेत्रों में पांच बजे तक मत डाले गए.
उन्होंने बताया कि प्रारंभ में कुछ मतदान केन्द्रों पर इलेक्ट्रॅनिक वोटिंग मशीन खराब होने की सूचना मिली थी, जिसे तुरंत ठीक कर दिया गया. सात मतदान केन्द्रों पर विभिन्न स्थानीय मुद्दों को लेकर मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार किया.
राज्य पुलिस मुख्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि मतदान के दौरान गड़बड़ी करने के आरोप में 49 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि 58 मोटरसाइकिल और एक कार जब्त किए गए.
पुलिस अधिकारी के अनुसार, शिवहर के मतदान केन्द्र संख्या 50 तथा मुजफ्फरपुर के गायघाट के मतदान केंद्र संख्या 93 में ग्रामीणों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प हुई, जिस कारण कुछ देर के लिए मतदान बाधित हुई. बाद में हालांकि मतदान प्रारंभ हो गया.
लक्ष्मणन ने बताया कि चुनाव को लेकर सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय अर्धसैनिक बल के जवान तैनात किए गए थे. निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए अर्धसैनिक बलों की 1,163 कंपनियां लगाई गईं तथा नक्सल प्रभावित 3,043 मतदान केन्द्रों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे.
मतदान वाले क्षेत्रों की निगरानी के लिए पांच हेलीकाप्टर उपयोग में लाए गए. जिन विधानसभा क्षेत्रों में नदियां हैं, वहां 38 नौकाओं से गश्त कराई गई तथा नेपाल के साथ लगी अंतर्राष्ट्रीय सीमा सील कर सीमांत इलाकों में सुरक्षा बलों को सतर्क रखा गया है.
इस चरण के मतदान के समाप्त होने के साथ ही मंत्री रमई राम के अलावा लवली आनंद, रंजू गीता, मनोज कुमार सिंह, पूर्व मंत्री महाचंद्र प्रसाद सिंह, विनय बिहारी, शाहिद अली खान जैसे दिग्गजों के राजनीतिक भाग्य ईवीएम में बंद हो गए हैं.
इस चुनाव में मुख्य मुकाबला सत्ताधारी महागठबंधन और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के बीच माना जा रहा है. इसके अलावा वाम मोर्चा, समाजवादी पार्टी के नेतृत्व वाला तीसरा मोर्चा और मायावती की बहुजन समाज पार्टी भी ताल ठोंक रही है. टिकट न मिलने से नाराज कई दलों के बागी भी बतौर निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं.
चौथे चरण के चुनाव में राजग की ओर से भाजपा के 42, लोक जनशक्ति पार्टी के पांच तथा राष्ट्रीय लोक समता पार्टी और हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के चार-चार प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, जबकि महागठबंधन में जदयू के 21, राष्ट्रीय जनता दल के 26, और कांग्रेस के आठ प्रत्याशी चुनावी समर में हैं.
चौथे चरण का मतदान समाप्त होने के साथ ही राज्य के 243 विधानसभा सीटों में से 186 विधानसभा सीटों पर मतदान समाप्त हो गया. पांच नवंबर को पांचवें और अंतिम चरण का मतदान होना है. सभी सीटों की मतगणना आठ नवंबर को होगी.