बिहार में ‘देशी’ ‘विदेशी’ दोनों बैन
पटना | समाचार डेस्क: बिहार में देशी विदेशी दोनों तरह के शराब पर बैन लगा दिया गया है. इसका फैसला मंगलवार को हुई मंत्रिपरिषद की बैठक ने लिया है. बिहार में पहले से ही प्रतिबंधित किये गये देशी शराब के उत्साजनक नतीजों को देखकर सरकार ने यह फैसला लिया है. इस तरह से बिहार मंगलवार से ‘ड्राई स्टेट’ बन गया है. जाहिर है कि नीतीश सरकार के इस फैसले से महिलाओं को चैन मिला होगा जिनकी शिकायत रहती थी कि शराब से उनका परिवार तबाह हो रहा है.
उल्लेखनीय है कि पिछले साल बिहार ने शराब से 3300 करोड़ रुपयों का राजस्व कमाया था. जिसमें इस साल 700-800 करोड़ रुपयों की वृद्धि संभावित थी. इस कारण से बिहार में पूर्ण शराबबंदी को लागू करने को नीतीश सरकार का साहसिक कदम माना जा रहा है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में राज्य में पूर्ण शराबबंदी के फैसले के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई. बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में तत्काल प्रभाव से सभी तरह की शराब की खरीद और बिक्री व उपभोग पर पाबंदी लगा दी गई है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “बिहार में देसी शराबबंदी के उत्साहजनक परिणाम को देखते हुए अब तत्काल प्रभाव से विदेशी शराब के भी थोक एवं खुदरा व्यापार और उसके उपभोग को प्रतिबंधित कर दिया गया है.”
इस फैसले के बाद अब बिहार में किसी भी तरह की शराब की बिक्री पूर्णत: बंद हो जाएगी.
उल्लेखनीय है कि देसी और मसालेदार शराब की खरीद और बिक्री पर एक अप्रैल से ही पाबंदी लगा दी गई है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के किसी भी होटल और बार में अब शराब नहीं परोसी जाएगी और न ही किसी को इसका लाइसेंस दिया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनसमर्थन की वजह सरकार ने तत्काल प्रभाव से विदेशी शराब की दुकानों को बंद करने का फैसला लिया है. इसके साथ ही सरकार ने उन सभी दुकानों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं, जिसमें बेवरिज कार्पोरेशन लिमिटेड द्वारा नगर निगम और नगर परिषद क्षेत्र में विदेशी शराब बेची जानी थी.
मंत्रिपरिषद की बैठक में कुल आठ प्रस्तावों को मंजूरी दी गई. गौरतलब है कि केरल में भी अगस्त 2014 से शराबबंदी लागू की गई थी जिसे अदालत में चुनौती दी गई. अदालत ने वहां पांच सितारा होटल में इसे परोसे जाने की अनुमति दे दी.
हरियाणा में भी बंसीलाल ने शराबबंदी लागू की थी परन्तु दो के अंदर ही उस फैसले को बदलना पड़ा था.
राजनीतिक दलों का समर्थन
राज्य में शराबबंदी की घोषणा का उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने स्वागत किया है. उन्होंने ट्वीटर पर लिखा, “महिलाओं और बच्चों का शराबबंदी के प्रति उत्साह व समर्थन को देखते हुए बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू की गई है.” इसके साथ उन्होंने ट्वीट कर कहा, “नशा छोड़ो, समाज जोड़ो जय हो.”
राज्य में मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने भी सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है. भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि विपक्ष और लोगों के आंशिक शराबबंदी के विरोध और पूर्ण शराबबंदी की मांग के कारण सरकार को झुकना पड़ा. उन्होंने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है.
जन अधिकार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा ने पूर्ण शराबबंदी का स्वागत करते हुए कहा कि जन अधिकार पार्टी लंबे अरसे से पूर्ण शराबबंदी की मांग को लेकर आंदोलन चला रही थी. इसी आंदोलन का परिणाम है कि बिहार सरकार को राज्य में पूर्ण शराबबंदी का फैसला लेना पड़ा.