‘कल्लूरी ने देश-दुनिया में बदनाम किया’
रायपुर | संवाददाता: भूपेश बघेल ने कहा कल्लूरी के कारनामों से पूरे देश और दुनिया में बदनामी हो रही थी. छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश बघेल ने बस्तर के आईजीपी एसआरपी कल्लूरी को लंबी छुट्टी पर भेजे जाने की खबर पर यह टिप्पणी सोशल मीडिया में की है. गौरतलब है कि बस्तर आईजीपी कल्लूरी के 90 दिन की छुट्टी पर भेजा गया है. उनके स्थान पर बस्तर के नवपदस्थ डीआईजी सुंदरराज को बस्तर का प्रभार दिया गया है. गुरुवार को इस खबर के आने के बाद सोशल मीडिया पर बस्तर आईजीपी कल्लूरी के लंबी छुट्टी पर जाने का मुद्दा छाया रहा.
भूपेश बघेल ने कहा, “एक आततायी पुलिस अधिकारी को बस्तर से हटाया जाना अच्छा क़दम है. कल्लूरी के कारनामों से पूरे राज्य की देश और दुनिया में बदनामी हो रही थी. नक्सलियों के नाम पर निर्दोष आदिवासियों के फ़र्ज़ी एनकाउंटर से लेकर पुलिस बल द्वारा महिलाओं से बलात्कार और आदिवासियों के घर जलाये जाने तक अनगिनत आरोप उन पर हैं. न वे पत्रकारों को काम करने दे रहे हैं और न सामाजिक कार्यकर्ताओं को. बेला भाटिया के घर पर हमला इसका ताज़ा उदाहरण है.”
उन्होंने सोशल मीडिया पर आशंका व्यक्त की है कि, “चर्चा थी कि बस्तर में पिछले चुनाव में मिली करारी हार की भरपाई करने के लिये कल्लूरी को सरकार ने आदिवासी सीटें जिताने का ठेका देकर वहां तैनात रखा है….लेकिन इस परिवर्तन से एक आशंका पैदा होती है. कहीं ये कल्लूरी को चुनाव के समय फिर से बस्तर में तैनात करने का षडयंत्र तो नहीं है? चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार चुनाव के समय ऐसे हर अधिकारी का तबादला कर दिया जाता है, जो लगातार तीन साल से किसी एक स्थान पर पदस्थ हों. क्या सरकार थोड़े समय के लिए कल्लूरी को बस्तर से हटाकर इस नियम की काट निकाल रही है जिससे कि छह-आठ महीनों बाद उन्हें फिर से बस्तर में तैनात कर दिया जाये?”
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश बघेल का कहना है कि कांग्रेस अपनी ओर से जनता को आगाह करना चाहती है कि कल्लूरी को बस्तर से हटाने को वह सरकार की संवेदनशीलता न माने. अभी जनता को इंतज़ार करना चाहिये, यह रमन सिंह जी का नया षडयंत्र हो सकता है.
फेसबुक पर भूपेश बघेल का पोस्ट