कार्यालय धू-धूकर जलता रहा, एसपी कलेक्टर पीछे से भाग गए- भूपेश
रायपुर | संवाददाता: बलौदाबाज़ार की हिंसा को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि बलौदा बाज़ार हिंसा, सरकार की बड़ी नाकामी है.
उन्होंने कहा कि कार्यालय धू धूकर जलता रहा और कलेक्टर-एसपी पीछे के दरवाज़े से भाग गए.
शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बलौदाबाज़ार हिंसा की जांच के लिए रायपुर से रवाना हुए.
इससे पहले पत्रकारों से बातचीत में भूपेश बघेल ने कहा कि यह छत्तीसगढ़ नहीं, बल्कि पूरे देश का सबसे बड़ा मामला है, जिस पर कलेक्टर और एसपी कार्यालय को फूंक दिया गया.
उन्होंने कहा कि यह सरकार की सबसे बड़ी नाकामी है, इतना सब होने के बाद भी अनर्गल बातचीत कर रहे हैं.
इधर कांग्रेस की सात सदस्यों की एक टीम पहले ही बलौदाबाज़ार पहुंची हुई थी.
इस जांच दल के संयोजक पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि जैतखाम मामले की जांच की मांग सरकार ने मान ली होती तो आगजनी की घटना ही नहीं होती.
उन्होंने कहा कि सरकार की नाकामी के कारण यह घटना हुई.
इस बीच न्यायिक जांच और एसआईटी जांच से इतर बीजेपी ने भी अपना एक जांच दल बनाया है.
राज्य के खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल को इस जांच दल का संयोजक बनाया गया है.
उनके अलावा खेलकूद मंत्री टंकराम वर्मा, भाजपा उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा, बीजेपी अजा मोर्चा के अध्यक्ष नवीन मार्कंडेय और पूर्व विधायक रंजना साहू दल के सदस्य हैं.