भूपेश सरकार ने चुकाया 582 करोड़ का ब्याज
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में सत्ता में आने के बाद से कांग्रेस पार्टी की भूपेश बघेल सरकार ने 17,729 करोड़ का कर्ज लिया है. इसके बदले सरकार को अब तक 582.25 करोड़ रुपये का ब्याज चुकाना पड़ा है.
आंकड़ों के अनुसार राज्य सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक से सर्वाधिक कर्ज़ लिया है. पिछले 14 महीने में सरकार ने रिजर्व बैंक से बाज़ार उधार के बतौर 16,400 करोड़ रुपये लिये हैं.
जनवरी में भूपेश बघेल की सरकार ने 3500 करोड़, फरवरी में 3000 करोड़ और मार्च 2019 में 3900 करोड़ रुपये का कर्ज़ रिजर्व बैंक से लिया. इसके बाद अगस्त 2019 में 1000 करोड़, सितंबर 2019 में 1000 करोड़, दिसंबर 2019 में 2000 करोड़ और जनवरी 2020 में 2000 करोड़ रुपये का कर्ज लिया.
वर्ल्ड बैंक और एशियन डेवलपमेंट बैंक के कर्ज़ की बात करें तो पिछले 14 महीनों में से मार्च 2019 को छोड़ दिया जाये, तो राज्य सरकार ने हर महीने वर्ल्ड बैंक और एशियन डेवलपमेंट बैंक से कर्ज़ लिया है. हालांकि कर्ज की यह रकम 394.74 करोड़ रुपये हैं.
राज्य सरकार ने राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक से पिछले 14 महीने में कुल 934.38 करोड़ का कर्ज़ लिया है. पिछले साल अप्रैल से जून को छोड़ कर राज्य सरकार ने हर महीने राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक से कर्ज़ लिया है.
कुल 17,729 करोड़ रुपये के कर्ज़ पर राज्य सरकार को अकेले रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को अब तक 543.62 करोड़ का ब्याज चुकाना पड़ा है. इसी तरह राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक को 30.66 करोड़ रुपये और वर्ल्ड बैंक और एशियन डेवलपमेंट बैंक को ब्याज के तौर पर 7.97 करोड़ रुपये चुकाना पड़ा है.