सवाल पूछना अपराध है बागों में बहार है
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: सोशल मीडिया में बागों में बहार है ट्रेड कर रहा है. शनिवार को #बागों_में_बहार_है के साथ बीस हज़ार से अधिक ट्वीट किये जा चुके हैं और ये वर्ल्डवाइड ट्रेंड में भी शामिल रहा. लोग इस पंक्ति का इस्तेमाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर निशाना साधने के लिये कर रहे हैं. कुछ लोगों ने एनडीटीवी पर प्रतिबंध को ‘अघोषित आपातकाल’ भी कहा है.
ट्वीटर पर @prena_ हैंडल से ट्वीट किया गया है- अथॉरिटी से सवाल नहीं करें अथॉरिटी को मन्दिर में स्थापित कर रोज प्रसाद चढ़ाएं #बागों_में_बहार_है.
@rahiskhan ने ट्वीट किया है- अडानी अम्बानी इनका यार है, टाटा बोले तो यह अत्याचार है, माल्या अबतक फरार है, केजरीवाल के नाम से ही बुखार है. #बागों_में_बहार_है ….
वहीं, इस हैशटैग का उपयोग करके NDTV का विरोध भी किया जा रहा है. एक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया गया है- #बागों_में_बहार_है. रवीश गद्दारों का सरदार है.
#बागों_में_बहार_है
रवीश गद्दारों का सरदार है।
Ndtv की आतंकियों के लिए रिपोर्टिंग pic.twitter.com/KjKkSS7jyV— Sudhir Chaudhary (@king_ranjhna) 5 नवंबर 2016
@nareshparihar16 से ट्वीट किया गया है- केंद्र विरोधियों को कोसिये, गोसेवक, देशभक्त, चुनाव का टिकट/सर्टीफिकेट पाइये और करोड़ से ज्यादा कमाइए: योजना2019 तक सीमित #बागों_में_बहार_है.
इंदु गुप्ता ने ट्वीट किया कि सरकार डरी हुई है.
डरी हुई सरकार है #बागों_में_बहार_है
— Indu Gupta (@NeelInduNeel) 5 नवंबर 2016