राष्ट्र

मोदी को मिला रामदेव का समर्थन

नई दिल्ली | एजेंसी: खुद को आशावादी करार देते हुए भाजपा के प्रधानमंत्री पद प्रत्याशी नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि ‘हतोत्साह’ उनके शब्दकोश में ही नहीं है. नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में स्वामी रामदेव के भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मोदी ने कहा, “हतोत्साह शब्द मेरे शब्दकोश में है ही नहीं. मैंने अपनी मां को हमें पालने के लिए दूसरे घरों में काम करते हुए देखा है. मैंने उन्हें कभी निराश नहीं देखा.”

रामदेव ने बाद में लोकसभा चुनाव में भाजपा और उसके प्रधानमंत्री पद प्रत्याशी नरेंद्र मोदी को समर्थन देने की घोषणा की.

मोदी ने कहा, “जब निराधार आरोप मेरे खिलाफ लगते हैं तो मैं महसूस करता हूं कि वे लोग महान हैं जिन्होंने एक चाय बेचने वाले को इतनी ऊंचाई तक पहुंचा दिया.”

कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर तंज कसते हुए मोदी ने कहा, “जिसने भयंकर गरीबी में दिन गुजारे हों उन्हें लोगों का दर्द समझने के लिए दौरे पर निकलने की जरूरत नहीं है.”

उन्होंने यह भी कहा कि 2014 का लोकसभा चुनाव अपने आप में एक गति साबित होगा.

उन्होंने कहा, “आजादी के बाद यह सबसे पहला चुनाव होगा जिसमें सभी परंपराएं ध्वस्त हो जाएंगी. आम तौर पर चुनाव राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों के बीच लड़ा जाता है. यह पहला मौका होगा जब चुनाव लोगों की सक्रियता का गवाह बनेगा और राजनीतिक दल विकास के एजेंडे पर चुनाव लड़ने के लिए बाध्य होंगे.”

समारोह में मौजूद पार्टी के अन्य बड़े नेताओं अरुण जेटली और राजनाथ सिंह ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा.

राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष जेटली ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की पाकिस्तान के साथ ‘गुप्त समझौता’ वाली टिप्पणी पर निशाना साधा और कहा कि इस तरह का कदम भारत के स्वाभिमान को चोट पहुंचेगा.

जेटली ने कहा, “जब प्रधानमंत्री ने कहा कि कश्मीर पर समझौता करीब-करीब हो चुका था. जब परवेज मुशर्रफ ने यह कहा था तब हमें भरोसा नहीं हुआ था..लेकिन अब जब प्रधानमंत्री ने यह कह रहे हैं. कश्मीर किसी एक दल से संबंधित नहीं है इसलिए सभी दलों से विमर्श किए बगैर वे किसी एक निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकते.”

योग सिखाते-सिखाते राजनीति में हस्तक्षेप करने उतरे स्वामी रामदेव ने रविवार को औपचारिक रूप से भाजपा के प्रधानमंत्री पद प्रत्याशी नरेंद्र मोदी को समर्थन देने की घोषणा कर दी.

अपने भारत स्वाभिमान न्यास के एक कार्यक्रम में रामदेव ने कहा, “कांग्रेस की जनविरोधी नीतियों ने देश को तबाह कर दिया.”

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की ओर इशारा करते हुए रामदेव ने कहा, “मेरे सामने दो विकल्प हैं- मोदीजी और ‘शहजादा’ जिन्होंने देश के लिए कुछ नहीं किया है.”

उन्होंने कहा, “मैं जानता हूं कि मोदीजी के पास भ्रष्ट कांग्रेस को पराजित करने की ताकत है.”

रामदेव ने अन्ना हजारे के इंडिया अगेंस्ट करप्शन को भी समर्थन दिया था. बाद में यह आंदोलन अरविंद केजरीवाल के आम आदमी पार्टी गठित करने के बाद विभाजित हो गया.

रामदेव ने हालांकि आप के बारे में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

आप के लोकसभा चुनाव में उतरने की चर्चा के बाबत पूछे जाने पर रामदेव ने कहा, “हम किसी तीसरे या चौथे विकल्प पर यहां बात करने नहीं आए हैं.”

इसी कार्यक्रम में भाजपा ने इस बात पर जोर दिया कि भारत में करों को तर्क संगत बनाए जाने की जरूरत है और पार्टी ने वादा किया कि यदि वह सत्ता में आती है तो इस क्षेत्र में सुधार करेगी.

भाजपा नेता अरुण जेटली ने कहा, “लोग करों के बोझ उठाए जीते हैं और मर जाते हैं.”

भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भी कहा कि करों का बोझ कम करने की जरूरत है.

उन्होंने कहा, “हम लोगों पर करों का बोझ कम करना चाहते हैं.”

यह टिप्पणी रामदेव के यह कहने के बाद आई कि जब भाजपा नेता नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनें तो वे सभी प्रकार के कर समाप्त कर दें और ‘बैंकिंग लेनदेन कर’ के रूप में एक ही कर आयद करें. इस तरह का सुझाव भाजपा के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी ने भी दिया था.

राजनाथ ने कहा, “लेनदेन कर एक अच्छ विचार है.”

कार्यक्रम में मौजूद मोदी ने इस विषय पर चुप्पी साधे रहना ही उचित समझा.

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