नियमित व्यायाम करें युवा
लखनऊ | एजेंसी: युवा यदि अभी से ध्यान दे तो बुढ़ापे में उन्हें ओस्टोपोरोसिस की समस्या से जूझना नही पड़ेगा. इसके लिये उन्हें नियमित रूप से व्यायाम करना पड़ेगा, नियमित रूप से धूंप सेंकना होगा, धूम्रपान तथा शराब से परहेज करना पड़ेगा तथा पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम और विटामिन का सेवन करना पड़ेगा. सबसे अच्छा है रोज टहलना.
गौर तलब है कि ओस्टियोपोरोसिस की समस्या से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और उसका घनत्व घट जाता है. इसकी वजह से शरीर का ढांचा कमजोर हो जाता है. भारत में आठ में से एक पुरुष और तीन में से एक महिला इस बीमारी से पीड़ित है. इतना ही नहीं इस समस्या से भारत विश्व में सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में से एक है. किंग जार्ज मेडिकल कालेज के वरिष्ठ प्रोफेसर विनीत शर्मा ने यह बात कही.
डॉ. शर्मा ने बताया कि ओस्टियोपोरोसिस के कारण रीढ़ की हड्डी, कूल्हे और कलाई के जोड़ांे में फ्रैक्चर होने का जोखिम काफी बढ़ जाता है. उन्होंने बताया कि 50 वर्ष से अधिक आयु वालों के लिए यह बीमारी अभिशाप है, क्योंकि इस आयु में हड्डियां भंगुर हो जाती है और नुकसान का पता तभी चलता है जब रोगी को आसानी से फ्रैक्चर होने लगता है.
वर्ल्ड ओस्टियोपोरोसिस डे के अवसर पर शनिवार को डॉ. शर्मा ने कहा कि रजोनिवृत्ति हो चुकी महिलाओं को आमतौर पर इस बीमारी का जोखिम अधिक होता है, क्योंकि उनके शरीर में महत्वपूर्ण हारमोन एस्ट्रोजन की कमी होने लगती है. इस हारमोन में कमी आने के कारण हड्डियों का क्षरण तेजी के साथ हाने लगता है और हड्डियों का निर्माण रुक जाता है, जिससे यह बीमारी जकड़ लेती है.