माइक्रोसॉफ़्ट के सर्वर में गड़बड़ी, दुनिया भर में आईटी सेवाएं चरमराईं
नई दिल्ली | डेस्क: माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में गड़बड़ी के बाद शुक्रवार को पूरी दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है. आस्ट्रेलिया, अमरीका, ब्रिटेन समेत कई देशों में बैंक, हवाई उड़ान, मीडिया और आईटी सेक्टर का कामकाज ठप्प हो गया है. भारत में भी इसका आंशिक असर नज़र आ रहा है.
सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर माइक्रोसॉफ़्ट 365 के आधिकारिक हैंडल से जारी किए गए सर्विस अपडेट में कहा गया है कि “हम माइक्रोसॉफ़्ट 365 के विभिन्न ऐप्स और सर्विसेज़ का इस्तेमाल करने में यूजर्स को हो रही समस्या की जांच कर रहे हैं.”
इस स्थिति के लिए आरंभिक तौर पर क्राउडस्ट्राइक नाम की साइबर सिक्योरिटी कंपनी को ज़िम्मेदार बताया जा रहा है. लेकिन इस कंपनी ने इससे इंकार किया है.
माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में आई ख़राबी के बाद दुनिया भर में कई फ़्लाइट्स रद्द हुई हैं और कई फ्लाइट्स का उड़ान टाइम आगे बढ़ाया गया है.
अमेरिकन एयरलाइन का कहना है कि दिक्कत की वजह साइबर सिक्योरिटी फ़र्म क्राउडस्ट्राइक है.
अमेरिका के अलास्का राज्य ने कहा है कि उनका इमरजेंसी सेवाओं का नेटवर्क भी प्रभावित है.
भारत की एयरपोर्ट्स पर भी सेवाएं प्रभावित हुई हैं. दिल्ली एयरपोर्ट पर उड़ानों के गेट की जानकारी व्हाइटबोर्ड पर हाथ से लिखी जा रही है.
पेरिस ओलंपिक का आईटी सिस्टम भी प्रभावित हुआ है.
ऑस्ट्रेलिया की साइबर सिक्योरिटी निगरानी एजेंसी ओर से जारी बयान में कहा गया है, “हमारे पास फिलहाल ये सूचना है कि थर्ड पार्टी सॉफ्टवेयर प्लेटफ़ॉर्म में आई तकनीकी समस्या से उनका इस्तेमाल करने वाली कंपनियां प्रभावित हुई हैं.”
उधर, अलास्का के अधिकारियों का कहना है कि 911 और गैर आपातकाली सेवाओं से जुड़े कॉल सेंटर्स ठीक से काम नहीं कर रहे थे.
दुनिया भर में कई एयरलाइंस कंपनियों को अपनी विमान सेवाएं रोकनी पड़ी हैं और बहुत सी उड़ानें विलंब से चल रही हैं.
अमेरिकी राज्य अलास्का ने चेतावनी दी है कि आईटी सेवाओं में रुकावट का असर उसकी इमर्जेंसी सर्विसेज़ पर पड़ा है.
ऑस्ट्रेलिया के सुपरबाज़ार ठप हैं और कई देशों में मीडिया आउटलेट्स को सिस्टम फ़ेल होने की वजह से लोगों तक सूचनाएं पहुंचाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है.
हालात की गंभीरता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि स्काई न्यूज़ को ब्रिटेन में थोड़े समय के लिए अपना प्रसारण रोकना पड़ा.
जिम्मेवार कौन?
अमेरिकन एयरलाइन ने इसके लिए क्राउडस्ट्राइक नाम की साइबरसिक्योरिटी कंपनी को ज़िम्मेदार बताया है. अब स्विटज़रलैंड की साइबर सिक्योरिटी एजेंसी ने भी इसी फ़र्म पर उंगली उठाई है.
क्राउडस्ट्राइक एक साइबर सिक्योरिटी कंपनी है जिसकी स्थापना साल 2011 में हुई थी. क्राउडस्ट्राइक दुनिया भर की बड़ी कंपनियों और हार्डवेयर को साइबर अटैक से बचाने का काम करता है.
ये कंपनी एंडपॉइंट सुरक्षा में माहिर है और कॉर्पोरेट नेटवर्क से कनेक्ट होने वाले उपकरणों, जैसे फ़ोन और लैपटॉप वगैरह को वायरस या मालवेयर से बचाने का काम करती है.
ये उन कंपनियों को भी सुरक्षा प्रदान करती है जो क्लाउड नेटवर्क पर काम करती हैं. ये उन कंपनियों के डेटा की सुरक्षा करती है जो इसे अपनी छत के नीचे, या अपने स्वयं के सर्वर पर सुरक्षित रखने से तथाकथित क्लाउड प्रदाताओं में स्थानांतरित हो गए हैं.
टेक्सास स्थित फर्म की स्थापना उद्यमियों जॉर्ज कर्ट्ज़ और दिमित्री अल्पेरोविच ने की थी. कंपनी 2019 से टेक हेवी नैस्डैक स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट्ड हुई थी. लॉन्च होने के बाद से ही कंपनी ने साइबर हमलों की जांच में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.