ममता पर हमले में चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप
कोलकाता | डेस्क: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कथित हमले को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी है. चिट्ठी में गंभीर आरोप लगाये गये हैं.
बीबीसी के अनुसार कोलकाता में चुनाव आयोग को ज्ञापन दिया जिसमें कहा गया था कि राज्य के पुलिस प्रमुख को हटाने के बाद उन पर कथित हमला हुआ और चुनाव आयोग मुख्यमंत्री की रक्षा करने में नाकाम रहा.
टीएमसी ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया था कि उसने केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी के दबाव में पुलिस प्रमुख को हटाया था.
आयोग ने बयान में एक पार्टी के दबाव में पुलिस प्रमुख को हटाने के आरोप पर कहा कि इस पर टिप्पणी करना अशोभनीय होगा.
बयान में कहा गया है कि यह कहना भी ‘पूरी तरह ग़लत है’ कि उसने चुनाव कराने के नाम पर राज्य की क़ानून-व्यवस्था को अपने हाथों में ले लिया है.
इसके साथ ही आयोग ने कहा कि यह आरोप लोकतांत्रिक राजनीति के सबसे पवित्र दस्तावेज़ यानी भारतीय संविधान की नींव को कमज़ोर करने के समान है.
चुनाव आयोग ने राज्य के पुलिस प्रमुख डीजीपी वीरेंद्र को हटाने के फ़ैसले का बचाव करते हुए मुख्यमंत्री बनर्जी के साथ हुई घटना को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताते हुए कहा कि इसकी तेज़ी से जांच होनी चाहिए.
वहीं, गुरुवार को मुख्यमंत्री बनर्जी पर हुए कथित हमले की जाँच शुरु कर दी गई.
पूर्व मेदिनीपुर के ज़िलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने नंदीग्राम के बिरुलिया बाज़ार में उस जगह का दौरा किया जहाँ कथित तौर पर कुछ अज्ञात लोगों ने उन्हें धक्का दिया.
दिन में ममता बनर्जी ने अस्पताल से एक बयान जारी किया. जिसमें उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की.
एएनआई न्यूज़ एजेंसी ने ममता बनर्जी के हवाले से लिखा है- “मुझे हाथ, पैर और लिगामेंट में चोटें लगी हैं. मैं कार के पास खड़ी जब मुझे कल धक्का दिया गया था. मैं जल्द ही कोलकाता के लिए रवाना हो जाऊंगी.”
देर शाम उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी गई.