‘खड़ाऊ’ की तरह केजरीवाल की कुर्सी रखेंगी आतिशी
नईदिल्ली| डेस्कः दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी ने सोमवार को पदभार संभाल लिया. काम संभालने के साथ ही उन्होंने अपने बगल में एक खाली कुर्सी रखवाई है और खुद दूसरी कुर्सी में बैठीं.
इस दौरान उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल के लिए यह कुर्सी खाली है और उनका इंतजार रहेगा. तब तक ये कुर्सी इसी कमरे में रहेगी.
पदभार संभालने के बाद आतिशी ने कहा कि आज मेरे मन में भरत की व्यथा है. जिस तरह भरत जी ने श्रीराम जी के खड़ाऊं रखकर सिंहासन संभाला, उसी तरह मैं सीएम की कुर्सी संभाल रही हूं.
उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम ने पिताजी द्वारा दिए गए एक वचन को निभाने के लिए 14 साल का वनवास स्वीकार किया. इसीलिए भगवान श्रीराम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहते हैं. उसी तरह अरविंद केजरीवाल ने इस देश की राजनीति में मर्यादा और नैतिकता की एक मिसाल कायम की है.
आतिशी ने भारतीय जनता पार्टी और केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले दो सालों में भाजपा ने अरविंद केजरीवाल पर कीचड़ उछालने और उनकी छवि बिगाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. कई आरोप लगाए और छह महीने तक जेल में डाल दिया. जबकि कोर्ट तक ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल को एजेंसी ने दुर्भावना से गिरफ्तार किया था.
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को पद का लालच नहीं है. इसीलिए जेल से बाहर आते ही उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि जब तक दिल्ली वाले उनकी ईमानदारी साबित नहीं करते, तब तक कुर्सी पर नहीं बैठूंगा.
उन्होंने कहा कि मुझे पूरा भरोसा है, दिल्ली के लोग आने वाले चुनाव में फिर से अरविंद केजरीवाल को अपना आशीर्वाद देंगे और दोबारा मुख्यमंत्री बनाएंगे.