आसाराम कानून से बड़े नही: गहलोत
जयपुर | एजेंसी: यौन उत्पीड़न के आरोप में शनिवार को इंदौर से गिरफ्तार आसाराम से पुलिस जोधपुर के मंडोर के पास पुलिस लाइन में पूछताछ करेगी और जरूरत पड़ने पर प्रत्यक्ष सत्यापन के लिए उन्हें आश्रम भी ले जाया जा सकता है. राजस्थान पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. राजस्थान पुलिस की टीम 72 वर्षीय आसाराम बापू को लेकर रविवार अपराह्न् विमान से जोधपुर पहंची.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूछताछ की प्रक्रिया में जरूरत पड़ने पर प्रत्यक्ष सत्यापन के लिए आसाराम को उनके आश्रम भी ले जाया जा सकता है. आश्रम की दूरी जोधपुर शहर से 35 किलोमीटर है. आसाराम को रिमांड में लेने की अनुमति के लिए पुलिस उन्हें मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करेगी.
इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि कोई भी नेता, अभिनेता, या अन्य व्यक्ति कानून से बड़ा नहीं है. उन्होंने कहा, “कानून को अपना काम करने दीजिए. पुलिस को निष्पक्ष जांच करने की पूरी आजादी मिलनी चाहिए. हम बस यह चाहते हैं कि कसूरवार चाहे कोई भी हो, सजा जरूर मिलनी चाहिए.”
गहलोत ने कहा कि पुलिस ने जोधपुर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के पूरे इंतजाम किए हैं.
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “जोधपुर स्थित आसाराम आश्रम, अदालत और पुलिस थाने में बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है.”
ज्ञात्वय रहे कि पीड़िता ने दिल्ली के एक पुलिस थाने में आसाराम के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. उसका आरोप है कि आसाराम ने जोधपुर आश्रम में उसका यौन उत्पीड़न किया. हालांकि आसाराम ने इन आरोपों का खंडन किया है और उनके बेटे ने किशोरी की मानसिक स्थिति ठीक न होने की बात कही है.
आसाराम के खिलाफ बच्चों को यौन अपराधों से बचाने से संबंधित अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए हैं.
आसाराम पर आरोप है कि उन्होंने मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में छात्रावास में रहने वाली और आसाराम के आश्रम में शिक्षा ग्रहण करने वाली 16 वर्षीया किशोरी का झाड़-फूंक के बहाने यौन उत्पीड़न किया था.
इधर, आसाराम ने अपनी इस बदनामी और कानूनी पचड़े में फंसाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर आरोप लगाया है. जबकि कांग्रेस ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है.