फर्ज़ी स्टेट बैंक खोलने वाला एक गिरफ़्तार
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के सक्ती ज़िले में फर्ज़ी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया खोलने वालों में से एक, अनिल भास्कर को सक्ती पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है. पुलिस का दावा है कि इस मामले में आठ अन्य आरोपियों की तलाश चल रही है.
गौरतलब है कि पिछले महीने सक्ति ज़िले के छपोरा गांव में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की फर्ज़ी शाखा खोल कर, 6 लोगों को नौकरी दे दी गई थी. कथित बैंक का पूरा सेटअप इस तरह तैयार किया गया था कि कोई भी गच्चा खा जाए.
बाद में जब असली स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी पुलिस के साथ वहां पहुंचे तो इस फर्ज़ी बैंक का राज खुला. वहां काम करने वाले 6 लोगों ने बताया कि उन्हें नौकरी देने के लिए सारी औपचारिकाताएं पूरी की गई थीं और कथित प्रशिक्षण के नाम पर इस कथित बैंक में नियुक्ति दी गई थी.
इन लोगों में से कुछ से नौकरी देने के नाम पर पैसे भी लिए गए थे.
इस सनसनीखेज घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज़ करते हुए कथित बैंक को सील कर दिया था. बैंक के कथित मैनेजर समेत चार लोगों के ख़िलाफ़ रिपोर्ट दर्ज कर उनकी तलाश शुरु की गई थी.
पुलिस ने कहा है कि शनिवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में एक आरोपी अनिल भास्कर की गिरफ़्तारी की जानकारी दी. पुलिस के अनुसार गिरफ़्तार अनिल भास्कर सारंगढ़-बिलाईगढ़ ज़िले के दुम्हानी गांव का रहने वाला है.
उसने बैंक में नौकरी लगवाने के नाम पर अलग-अलग यूपीआई आईडी से 6,60,000 रुपए लिए थे. इस रकम से उसने अपने नाम पर सेकंड हैंड कार आई-20 और एक सेल फोन की ख़ीरीदी की थी. पुलिस ने इन सबको जब्त किया है.
पुलिस ने दावा किया है कि अनिल भास्कर के ख़िलाफ़ पहले भी रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर साढ़े सात लाख रुपये ठगी करने का मामला बिलासपुर के तोरवा थाना में दर्ज़ है.