कलारचना

जन्मदिन पर अनुपम का नाटक

मुंबई | मनोरंजन डेस्क: ‘सारांश’ के ‘डैडी’ अनुपम खेर ने अपने 60वें जन्मदिन नाटक का मंचन किया. अनुपम खेन का मानना है कि आदमी उस दिन बूढ़ा होता है जिस दिन उसके जीवन से उत्साह खत्म हो जाता है. इसीलिये उन्होंने शनिवार को अपने जन्मदिन के दिन अपने को काम में व्यस्त रखा. मशहूर अभिनेता अनुपम खेर शनिवार को 60 साल के हो गए. उन्होंने स्वयं को उपहार के रूप में कामकाज से भरा दिन दिया, उनके लिए जन्मदिन पर इससे बेहतर कुछ हो ही नहीं सकता था.

अनुपम ने शनिवार को अपने नए नाटक ‘मेरा वो मतलब नहीं था’ का मंचन किया. इस नाटक की खास बात यह रही कि इसके जरिए मंजी हुई अभिनेत्री नीना गुप्ता ने करीब नौ साल बात रंगमंच पर वापसी की.

अनुपम चाहते थे कि ‘मेरा वो मतलब नहीं था’ में उनकी पत्नी किरण खेर मुख्य नायिका की भूमिका निभाएं. किरण भारतीय जनता पार्टी से सांसद हैं.

अनुपम ने कहा, “लेकिन किरण राजनीति से जुड़ी अपनी प्रतिबद्धताओं की वजह से नाटक में मेरे साथ अभिनय नहीं कर सकीं. नीना गुप्ता कमाल की अभिनेत्री हैं. मंच पर उनके साथ काम करना सुखद है.”

अपने नाटक को लेकर उत्साहित अनुपम ने कहा, “मैंने ऐसी योजना बनाई. मैंने सुनिश्चित किया कि इसका मंचन मेरे जन्मदिन पर हो. यह मेरा जन्मदिन मनाने का सर्वश्रेष्ठ तरीका था. मैं अंतिम सांस तक काम करते रहना चाहता हूं.”

अनुपम ने अपने जन्मदिन की पूर्व संध्या पर अपने अभिनय स्कूल ‘एक्टर प्रिपेयर्स’ के विद्यार्थियों के लिए नाटक का एक शो आयोजित किया था.

उन्होंने कहा, “यह शनिवार को शो के लिए पूर्वाभ्यास करने और अपने उन विद्यार्थियों के साथ अपना नया नाटक साझा करने जैसा था, जो मेरे बहुत करीब हैं.”

इस दौरान उनके विद्यार्थियों ने इस बात का पूरा ख्याल रखा कि जन्मदिन के केक पर अनुपम की उम्र जितनी ही मोमबत्तियां लगाई जाएं.

अनुपम ने कहा, “मुझे अपनी बढ़ती उम्र का कतई अहसास नहीं होता. एक व्यक्ति उस दिन बूढ़ा महसूस करने लगता है, जिस दिन उसकी जिंदगी में उत्साह हिचकोले मारना बंद कर दे.”

अनुपम ने अपने तीन दशकों से लंबे करियर में ‘सारांश’ और ‘डैडी’ जैसी मील का पत्थर कही जाने वाली फिल्मों में अभिनय किया है.

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