कार्बन डाईऑक्साइड कम करती हैं चीटियां
वाशिंगटन | एजेंसी: चींटियों की खिल्ली उसके छोटे आकार पर हर किसी ने उड़ाई होगी. लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि वातावरण में मौजूद कार्बन डाईऑक्साइड को कम कर पृथ्वी को रहने योग्य बनाने में इसकी भूमिका महत्वपूर्ण है.
एक अध्ययन निष्कर्ष के मुताबिक, चीटियां खनिज क्षय के सबसे शक्तिशाली जैविक घटकों में से एक हैं.
वायुमंडल में मौजूद कार्बन डाईऑक्साइड को कैल्सियम और मैग्नीशियम सिलिकेट द्वारा कार्बोनेट में बदल दिया जाता है. इस प्रकार वायुमंडल में कार्बन डाईऑक्साइड में कमी होती है.
अमरीका के एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी के रोनाल्ड डॉर्न ने कहा, “कैल्सियम और मैग्नीसियम सिलिकेट के विघटन से वायुमंडल में मौजूद कार्बन डाईऑक्साइडमें धीरे-धीरे कमी आती है, क्योंकि यह लाइमस्टोन और डोलोमाइट में बदल जाती है.”
निष्कर्ष के मुताबिक, चीटियां इस प्रतिक्रिया को 300 गुणा ज्यादा बढ़ा देती हैं.
डॉर्न ने कहा कि चीटियां कैल्सियम-मैग्नीसियम के अजैविक विघटन को बढ़ाने में सहायता करती हैं.
चीटियां किस प्रकार खनिजों से प्रतिक्रिया करती हैं, इसे समझकर वायुमंडलीय कार्बन डाईऑक्साइड घटाने में सहायता मिल सकती है.