पोटाकेबिन में पढ़ने वाली एक और छात्रा की मौत
सुकमा|संवाददाताः छत्तीसगढ़ के बस्तर के पोटाकेबिन आवासीय शाला में रहकर पढ़ाई करने वाली एक और छात्रा की तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई. छात्रा सुकमा के बालटिकरा पोटाकेबिन में रहती थी. जबकि इससे पहले बीजापुर जिले के पोटाकेबिन और आश्रम की दो छात्राओं की मौत हो गई थी.
बताया गया कि छिंदगढ़ ब्लॉक के बालाटिकरा में संचालित कन्या आवासीय पोटाकेबिन विद्यालय में कक्षा दूसरी में पढ़ने वाली छात्रा रोशनी नाग को प्रार्थना के समय अचानक सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी.
इसके बाद स्कूल स्टाफ तत्काल छात्रा को छिंदगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर जा रहे थे.
इसी बीच अस्पताल पहुंचने से पहले ही बच्ची ने दम तोड़ दिया. घटना की जानकारी मिलते ही बीएमओ उमाशंकर तिवारी अस्पताल पहुंचे.
दूसरी ओर छात्रा की मां ने आरोप लगाया है कि स्कूल प्रबंधन ने उसे बेटी की मौत की खबर दी. मेरी बेटी पूरी तरह स्वस्थ्य थी. उसे कोई बीमारी नहीं थी, फिर अचानक उसकी मौत कैसे हो गई.
इससे पहले बीजापुर जिले के नैमेड गांव की पोटा केबिन में रहकर पढ़ाई करने वाली कक्षा दसवीं की छात्रा की बीमारी के चलते मौत हो गई थी.
छात्रा को सिकलिंग और खून की कमी की समस्या थी. छात्रा बार-बार बीमार पड़ रही थी.
उसे कुछ दिन के अंतराल में कई बार अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
इस घटना के पहले बीजापुर जिले के ही धनोरा आश्रम की एक छात्रा की फूट पॉइजनिंग से मौत हो गई थी.
छात्रा कक्षा तीसरी में पढ़ती थी. छात्रा के साथ आश्रम की 35 बच्चे फूट पॉइजनिंग के शिकार हुआ थे. जिसमें से 12 की हालत गंभीर थी.
उन्हें आईसीयू में रखा गया था. आश्रम के सभी बच्चे एक दिन पहले खाने में पनीर की सब्जी और पूड़ी खाए थे.