कलारचना

कलाकार सार्वभौमिक होता है: अमिताभ

मुंबई | मनोरंजन डेस्क: अमिताभ ने कहा है कलाकार सार्वभौमिक होता है जिसे किसी बंधन में नहीं बांधा जा सकता है. मुंबई में शिवसेना की धमकी के बाद पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली का संगीत कार्यक्रम रद्द होने पर चौतरफा आलोचनाओं के बाद अमिताभ बच्चन ने अपनी प्रतिक्रिया संतुलित शब्दों में व्यक्त की और यह संदेश दिया कि कलाकारों की कोई जाति या पंथ नहीं होता, वह ‘सार्वभौमिक’ होता है. गुलाम अली का संगीत कार्यक्रम अब दिल्ली में दिसंबर में आयोजित किया जाएगा.

अमिताभ ने अपने आधिकारिक ब्लॉग पर कहा, “मैं अमिताभ बच्चन हूं और मैं अपनी जाति और पंथ नहीं जानता हूं. मैं सार्वभौमिक हूं और हमारे बीच भेद-भाव का कोई कारण नहीं है.”

गुलाम अली का संगीत कार्यक्रम रद्द किए जाने की के बाद अभिनेत्री शबाना आजमी, डिजाइनर वेंडल रोड्रिक्स, गायक कैलाश खेर, फिल्मकार महेश भट्ट व अन्य हस्तियों ने स्पष्ट शब्दों में इसकी निंदा करते हुए कहा कि संगीत की कोई सरहद नहीं होती और कला को राजनीति से दूर रखना चाहिए.

अमिताभ ने कहा, “मेरे पिता ने सबसे अच्छा किया. उन्होंने हमारे जन्म के समय ही जाति को हटा दिया.”

अमिताभ को 15 साल बाद स्टार प्लस के साथ उनके आगामी शो ‘आज की रात है जिंदगी’ में देखा जाएगा.

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