अमित शाह तड़ीपार, गांधी पर न बोलें-हरिप्रसाद
रायपुर | संवाददाता: अमित शाह द्वारा गांधी को चतुर बनिया बताये जाने को लेकर विवाद जारी है.अब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी के प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने हमला बोला है तो जवाब में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पाण्डेय सामने आ गई हैं.
कांग्रेस नेता बीके हरिप्रसाद ने कहा है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को गुजरात से तड़ीपार कर दिया गया था. वे महात्मा गांधी के बारे में टिप्पणी न करें. हरिप्रसाद ने कहा कि अमित शाह फर्जी रणनीति में मशहूर हैं.
हरिप्रसाद ने कहा कि देश में डर का माहौल बनाया जा रहा है, इसको रोकना है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के तीन साल पूरे हो गये हैं लेकिन सुविधायें केवल कारपोरेट घरानों को मिल रही हैं. हरिप्रसाद ने कहा कि केंद्र में एनडीए की नहीं एनपीए की सरकार है. उन्होंने कहा कि एनपीए का मतलब नॉन परफार्मिंग एसोसिएशन.
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुये कहा कि 56 इंच की छाती और एक फुट की जीभ वाला व्यक्ति सिर्फ जुबानी ही बोलता है. उन्होंने आरोप लगाया कि नोटबंदी के बाद देश की अर्थव्यवस्था कमज़ोर हुई है.
कश्मीर के हालात पर हरिप्रसाद ने कहा कि मोदी जब प्रधानमंत्री नहीं थे तो आतंकवाद को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करते थे. लेकिन उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद कश्मीर में 130 दिन का कर्फ्यू लगा, जो इतिहास में आज तक कभी नहीं हुआ था.
इधर हरिप्रसाद के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पाण्डेय ने भी पलटवार किया. सरोज पाण्डेय ने कहा कि लोकतंत्र में जनता की अदालत में जनता द्वारा सुनाया गया फैसला ही सर्वोपरि रहता है तथा उसका मजाक उड़ाना जनता का अपमान होता है. पांच दशकों से भी अधिक समय तक देश की दुर्दशा करने वाली कांग्रेस आज कुछ राज्यों तक सिमट कर एक क्षेत्रीय दल की हैसियत को पहुंच गयी है. हाल ही में उत्तर प्रदेश चुनाव में समाजवादी पार्टी की पिछलग्गू बन उसकी कैसी दुर्गति हुई यह देश जानता है.
सरोज पांडेय ने कहा कि कांग्रेस आज एक नॉन परफार्मिंग असोसियेशन बन चुकी है. आज देश के तेरह राज्यों में हमारी सरकार है. हम पं. दीनदयाल जी का अन्त्योदय का सपना पूरा करने कटिबद्ध हैं. आज मोदी जी की सरकार ने देश की जनता को स्वच्छ एवं परिणाम देने वाली सरकार दी है. जबकि कांग्रेस की सरकार ने आकाश से पाताल तक हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार किया था तथा सत्ता की चाह में वंशवाद की परम्परा बनाएं रखी.