भाजपा की जासूसी करवा फंसा अमरीका
वाशिंगटन | समाचार डेस्क: अमरीकी सरकार अपने नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी के माध्यम से 2010 से भाजपा की जासूसी करवा रही है. इस खबर को वाशिंगटन पोस्ट ने अमरीकी पूर्व खुफिया कॉन्ट्रैक्टर एडवर्ड स्नोडेन के हवाले से सोमवार को प्रकाशित किया है. अखबार में स्नोडेन के बातों की पुष्टि करने वाले दस्तावेज दिये गये हैं.
भाजपा के खिलाफ जायूसी करवाने की खबर के सार्वजनिक होने से अमरीका सकते में आ गया है. गौरतलब है कि भाजपा के नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने से अमरीका उनके साथ संबंध बढ़ाने की कोशिश में है. ऐसे में स्नोडेन के द्वारा उपलब्ध करवाए गये दस्तावेज अमरीका के लिये परेशानी का सबब बन सकते हैं.
वाशिंगटन पोस्ट की खबर के मुताबिक स्नोडेन ने जानकारी दी है कि अमरीकी सरकार ने अपने नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी को भाजपा तथा भारत सरकार की जासूसी करने का अधिकार दिया था. स्नोडेन खुलासे के मुताबिक अमरीका ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व बैंक, यूरोपियन यूनियन तथा अंतर्राष्ट्रीय एटोमिक एनर्जी की भी जासूसी करवाई है.
स्नोडेन के खुलासे पता चलता है कि अमरीका ने भाजपा के अलावा पाकिस्तान की पीपुल्स पार्टी, मिस्र के मुस्लिम ब्रदरहुड, लेबनान की अमल जिसे आतंकी संगठन हिजबुल्ला का करीबी माना जाता है, वेनेजुएला की बोलीवेरियन कॉन्टीनेंटल कॉर्डिनेटर और मिस्र की ही नेशनल साल्वेशन फ्रंट की भी जासूसी करवाई.
स्नोडेन का खुलासा ऐसे समय वाशिंगटन पोस्ट ने प्रकाशित किया है जब भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमरीका की यात्रा पर जाने वाले हैं तथा अमरीकी कांग्रेस के सदस्य चाहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी वहां के कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित कर. जाहिर है कि अमरीकी सरकार पर घरेलू मोर्चे से दबाव डाला जा रहा है कि भारत के साथ संबंधों को बढ़ाया जाये.