‘अंबेडकर मानवीय मूल्यों के संरक्षक थे’
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को कहा कि अंबेडकर मानवीय मूल्यों के संरक्षक थे. उन्होंने बीआर अम्बेडकर की तुलना मार्टिन लूथर किंग से करते हुए उन्हें ‘विश्व मानव’ करार दिया. यहां बी.आर.अम्बेडकर राष्ट्रीय स्मारक के लिए आधारशिला रखने के बाद मोदी ने कहा, “यदि मार्टिन लूथर किंग को विश्व में अन्याय के खिलाफ लड़ने वाले चेहरे के रूप में जाना जाता है, तो अम्बेडकर को भी इससे कमतर रूप में नहीं देखा जाना चाहिए.”
प्रधानमंत्री ने इस धारणा को दूर करने की कोशिश की कि भारतीय जनता पार्टी दलित-विरोधी है. उन्होंने कहा कि केंद्र में चाहे प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजयपेयी के नेतृत्व वाली सरकार हो या विभिन्न राज्यों में भाजपा की सरकारें, इन्होंने हमेशा बी.आर. अंबेडकर की सीख तथा उनके मूल्यों को आगे बढ़ाने की कोशिश की है.
मोदी ने कहा, “हमारे बारे में गलतफहमियां अब भी हैं, लेकिन सच यह है कि भाजपा में हमने अंबेडकर को हमेशा सम्मान दिया.”
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार देश के 18,000 गांवों में बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित कर अंबेडकर के सपनों को साकार करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा, “जब आपको इन गांवों में बिजली मिले तो इसका श्रेय मोदी को न दें, बल्कि अंबेडकर को दें.”
कांग्रेस का नाम लिए बगैर उस पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “यह सब उनके विचार हैं, जिन्हें इस दौरान कुछ लोगों ने साकार नहीं होने दिया.” उन्होंने यह भी कहा कि आजादी के 60 साल बाद भी भारत के कई गांव अंधेरे में डूबे हैं.
मोदी ने कहा, “वह सभी मानवीय मूल्यों के संरक्षक थे.”
मोदी ने गरीब तथा मध्यम वर्गीय लोगों के विकास को लेकर अंबेडकर की दृष्टि की भी सराहना की. उन्होंने यह भी कहा कि अंबेडकर ने श्रम शक्ति के कल्याण और औद्योगीकरण के बीच उचित तालमेल स्थापित करने की कोशिश की.
प्रधानमंत्री ने कहा, “उनके पास भारत के समुद्री संसाधन, बिजली क्षेत्र और अन्य चीजों को समझने की दूरदर्शिता थी.. वह हमेशा लोगों को शिक्षित करना चाहते थे.”
उन्होंने कहा, “अंबेडकर ने लोगों को ज्ञान अर्जित करने की प्रेरणा दी, जिससे उन्हें उनकी आंतरिक शक्ति का एहसास हुआ.”
मोदी ने अंबेडकर के आर्थिक दर्शन को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनके दर्शन में किसानों का कल्याण भी शामिल था.
प्रधानमंत्री ने कहा, “उनके कई सपनों में से एक को साकार करने के लिए मैं 14 अप्रैल को एक ऐसी तकनीक लांच करूंगा, जिससे किसानों को कृषि उत्पादों के बाजार मूल्य की अद्यतन जानकारी मिल सकेगी.”