मिल कर लड़ेंगे चुनाव- अजीत पवार
पुणे | डेस्कः महाराष्ट्र में राकांपा नेता अजीत पवार ने कहा है कि हमारी भाजपा और शिवसेना से चर्चा चल रही है. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि एक बेहतर गठबंधन के साथ हम चुनाव मैदान में उतरें.
अजीत पवार ने कहा कि शरद पवार से अलग होकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी राकांपा की कमान संभालना बड़ी जिम्मेदारी है. यह मेरे राजनीति जीवन में मुझे मिली अब तक की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है.
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर अजीत पवार ने कहा कि मुख्यमंत्री एवं शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे और भाजपा के वरिष्ट नेता देवेन्द्र फडणवीस से उनकी दो-तीन बार बात हुई है. बातचीत सकारात्मक रूप से आगे बढ़ रही है.
उन्होंने कहा कि इस चुनाव में हर कोई अधिक से अधिक सीट पर प्रत्याशी उतारना चाहते हैं. इसे लेकर हमें अपने अन्य गठबंधन सहयोगियों से चर्चा करने की जरूरत है.
राकांपा पर कब्जा
ज्ञात हो कि पिछले साल जुलाई में अजीत पवार और उनके कुछ विधायक सत्तारूढ़ भाजपा-शिवसेना के गठबंधन में शामिल हो गए थे.
बाद में राकांपा का नाम और चुनाव चिन्ह घड़ी भी अजीत पवार को ही मिला था.
उन्होंने कहा कि जब वह साल 1991 में राजनीति में कदम रखा था, उस समय राकांपा का गठन नहीं हुआ था. राकांपा साल 1999 में अस्तित्व में आई.
पवार ने कहा कि पहले मैं कांग्रेस में था, उस समय राकांपा के कई नेता कांग्रेस में थे. मेरे कामों को देखकर मुझे साल 2004 के बाद ही जिम्मेदारियां दी गई. अब मुझे राकांपा प्रमुख बनाया गया है, इसलिए जिम्मेदारी और बढ़ गई है.
लाडकी बहिन योजना की सराहना
अजीत पवार ने मुख्यमंत्री लाडकी बहिन योजना की सराहना करते हुए कहा कि इस योजना को 17 अगस्त को बालेवाड़ी में एक कार्यक्रम में लॉन्च किया जाएगा.
जिसमें लाभार्थियों को जुलाई और अगस्त महीने का पैसा एक साथ दिया जाएगा.
इस योजना के तहत अगर किसी महिला की वार्षिक पारिवारिक आय 2.5 लाख रुपये से कम है तो उसे 1,500 रुपये मासिक सहायता दी जाएगी.
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री फडणवीस भी शामिल होंगे.