पहले भी हवा हवाई साबित हुई है बस्तर में हवाई सेवा
जगदलपुर | संवाददाता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस बस्तर से हवाई सेवा की शुरुआत की है, अगले ही दिन उस हवाई सेवा पर काल बादल मंडराने लगे हैं. शुक्रवार को जगदलपुर से विशाखापटनम की उड़ान इसलिये रद्द कर दी गई क्योंकि विमान संचालन करने वाली कंपनी एयर ओडिशा से जरुरी औपचारिकतायें ही पूरी नहीं की थीं.
बस्तर पहली बार घरेलू विमान सेवा से नहीं जुड़ा है और छत्तीसगढ़ के बिलासपुर, कोरबा जैसे शहरों को भी घरेलू विमान सेवा से जोड़ने की कोशिश की गई थी. लेकिन सरकार की उदासीनता के कारण ऐसी कोशिशें परवान नहीं चढ़ पाईं. तब के नागरिक उड्डयन मंत्री मोतीलाल वोरा के प्रयास से बस्तर में हवाई सेवा वायुदूत की शुरुआत हुई थी और वोरा खुद इस विमान से जगदलपुर पहुंचे थे. बिलासपुर को भी 16 सीटर वायुदूत सेवा से जोड़ा गया था.
गौरतलब है कि दो दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जगदलपुर से घरेलू विमान सेवा की शुरुआत की है. हालांकि उद्धाटन के अगले ही दिन जगदलपुर से विशाखापटनम की सेवा रद्द कर दी गई क्योंकि विमानन सेवा का संचालन करने वाली कंपनी ने विशाखापटनम हवाई अड्डे पर विमान उतारने संबंधी औपचारिकता ही नहीं की थी. जाहिर है, बस्तर में शुरु हुई घरेलू विमान सेवा पर अभी से बादल मंडराने लगे हैं.
हालांकि विमानन सेवा से जुड़े लोगों का दावा है कि यह अस्थाई परेशानी है और जल्दी ही सारी गड़बड़ियों को सुधार लिया जायेगा.उन्होंने उम्मीद जताई है कि पहले जैसे हालात नहीं बनेंगे और बस्तर में हवाईसेवा सुचारु रुप से जारी रहेगी.
सितंबर 2016 में भी छत्तीसगढ़ सरकार ने केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्रालय से समझौता किया था कि बिलासपुर, अंबिकापुर, रायगढ़ और जगदलपुर के रन-वे को डेवलप कर यहां से अप्रैल 2017 से घरेलू और कामर्शियल हवाईसेवा शुरू की जाएगी. लेकिन केंद्र और राज्य दोनों ही जगहों में भाजपा की सरकार होने के बाद भी आज एक साल बाद भी इस दिशा में कोई प्रगति नहीं हो पाई है.
क्या कहा था पीएम मोदी ने
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 जून 2018 को जगदलपुर में हवाई सेवा की शुरुआत करते हुये कहा था कि पहले बस्तर की पहचान बम-विस्फोट से होती थी, अब जगदलपुर हवाई अड्डे से होगी. उन्होंने कहा-“छत्तीसगढ़ के इतिहास में, छत्तीसगढ़ के भविष्य को मजबूत बनाने वाला एक और सुनहरा अध्याय आज जोड़ा जा रहा है. अब से कुछ देर पहले भिलाई में स्टील प्लांट के विस्तार और आधुनिकीकरण, दुसरा जगदलपुर हवाई अड्डा, नया रायपुर के कमांड सेंटर के लोकार्पण, अनगिनत विकास के काम. इसके अलावा भिलाई में आईआईटी कैंपस के निर्माण और राज्य में भारत नेट फैज-2 पर भी आज से काम शुरू हो गया है.”
उन्होंने हवाईसेवा को लेकर कहा कि “करीब-करीब 22 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की योजनाओं का उपहार आज छत्तीसगढ़ के मेरे प्यारे भाईयो बहनों को मैं समर्पित कर रहा हूं. ये सभी योजनाएं यहां रोजगार के नए अवसर बनाने वाली है. शिक्षा के नए अवसर पैदा करने वाली है. आवाजाही के आधुनिक साधन देने वाली है औरछत्तीसगढ़ के दूर दराज के इलाकों को संचार की आधुनिक तकनीक से जोड़ने वाली है. कई वर्षों में हिन्दुस्तान में जब बस्तर की बात आती थी, तो पंप, बंदूक, पिस्तौल और हिंसा की बात आती थी. आज बस्तर की बात जगदलपुर के हवाई अडडे से जुड़ गई है.”
नरेंद्र मोदी ने कहा- “मैंने कहा कि मेरा सपना है हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई जहाज में जा सके इस सोच के साथ उड़ान योजना चलाई जा रही है. और देश भर में नए हवाई अड्डों का निर्माण किया जा रहा है. ऐसा ही एक शानदार हवाई अड्डा आपके जगदलपुर में बना रहे हैं. आज जगदलपुर से रायपुर के लिए उड़ान भी शुरू हो गई है. अब जगदलपुर से रायपुर की दुसरी यानी रायपुर और जगदलपुर के बीच की दूरी छ: से सात घंटे की जगह सिर्फ 40 मिनट रह गई है.”
प्रधानमंत्री ने कहा-“साथियों, ये सरकार की नीतियों का ही असर है. कि अब ट्रेन में एसी डिब्बों में सफर करने वालों से ज्यादा यात्री हवाई जहाज में सफर कर रहे हैं. एक जमाने में रायपुर में तो दिनभर में सिर्फ छ: flight आती थी. अब वहां रायपुर एयरपोर्ट पर एक दिन में पचास flight आने जाने लग गई हैं. आने-जाने के इन नए साधनों से न सिर्फ राजधानी से दूरी घटेगी लेकिन पर्यटन बढ़ेगा, उद्योग धंधे लगेगे और साथ ही साथ रोजगार के नए अवसर भी तैयार होंगे.”