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कोलकाता दुष्कर्म-हत्या मामले में संजय रॉय दोषी करार, सजा का ऐलान 20 को

कोलकाता|डेस्कः कोलकाता के आरजी कर हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर से बलात्कार और हत्या मामले में सियालदह कोर्ट ने मुख्य आरोपी संजय रॉय को दोषी करार दिया. अब इस मामले में सजा का ऐलान सोमवार 20 जनवरी को सुनाया जाएगा.

शनिवार को जैसे ही कोर्ट ने फैसला सुनाया आरोपी संजय ने अदालत में कहा मुझे इस मामले में फंसाया गया है. मैंने यह काम नहीं किया है.

इस पर न्यायाधीश ने कहा कि उसे सोमवार को अदालत में बोलने का मौका दिया जाएगा. अदालत ने मुकदमा शुरू होने के 57 दिन बाद फैसला सुनाया है.

संजय की बड़ी बहन ने कहा कि ट्रॉयल कोर्ट के इस फैसले को किसी भी अदालत में चुनौती देने की कोई योजना नहीं है.

पिछले साल 9 अगस्त को महिला ट्रेनी डॉक्टर का शव आरजी कर अस्पताल के सेमिनार हॉल में अर्धनग्न अवस्था में मिला था.

कोलकाता पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और क्राईमसीन से मिले साक्ष्यों के आधार पर 10 अगस्त को सिविक वॉलंटियर संजय रॉय को गिरफ्तार किया था.

पोस्टमॉर्टम की शुरुआती रिपोर्ट में पता चला कि महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की गई है. इस मामले को लेकर देशभर में रोष फैल गया था.

देश भर में डॉक्टरों का लंबे समय तक विरोध प्रदर्शन चला. बंगाल में 2 महीने से भी ज्यादा समय तक स्वास्थ्य सेवाएं ठप रहीं.

कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने मामले की जांच की. आरोपी संजय रॉय के अलावा मामले में मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को भी आरोपी बनाया था.

लेकिन सीबीआई 90 दिन के अंदर घोष के खिलाफ चार्जशीट दायर नहीं कर पाई, जिस कारण सियालदह कोर्ट ने 13 दिसंबर को घोष को इस मामले में जमानत दे दी.

इसके अलावा ताला थाने के पूर्व प्रभारी अभिजीत मंडल को भी चार्जशीट दायर न करने के कारण जमानत दी गई.

सीबीआई ने संजय रॉय को मुख्य आरोपी मानते हुए आरोप पत्र दाखिल करते हुए कोर्ट से मौत की सजा की मांग की थी.

अदालत ने फोरेंसिक रिपोर्ट को सजा का आधार बनाया है, जो बताती है कि संजय रॉय इस मामले में शामिल था.

घटनास्थल और पीड़ित डॉक्टर की बॉडी पर भी संजय का डीएनए मिला था.

संजय को को भारत न्याय संहिता अधिनियम की धारा 64, 66 और 103(1) के तहत दोषी पाया गया है.

आज मामले की सुनवाई हो रही थी तब प्रदर्शनकारी अदालत परिसर के बाहर खड़े थे. जिसे देखते हुए सियालदह अदालत परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी.

कोलकाता पुलिस ने आने वालों को नियंत्रित करने और सभी उपस्थित लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई बैरिकेड्स भी लगाए थे.

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