सुकमा में पुलिस कैंप पर माओवादियों का हमला, 2 जवान घायल
सुकमा|संवाददाताः छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में दो दिन पहले खोले गए सुरक्षाबलों के कैंप पर सोमवार रात को माओवादियों ने हमला कर दिया.
माओवादियों ने रात में घात लगाकर गोलीबारी के साथ बीजीएल दागे. इस हमले में दो जवान घायल हुए हैं.
सुकमा जिले के सुदूर जंगल में रविवार को चिंतलनार पुलिस स्टेशन क्षेत्र के गोमगुड़ा में सुरक्षबालों का संयुक्त बेस कैंप खोला गया.
इस कैंप में सीआरपीएफ और कोबरा बटालियन के जवान तैनात हैं.
बताया गया कि इस बेस कैंप तक पहुंचने के लिए पैदल पुल बनाया गया है. यह पैदल पुल अर्धसैनिक बल की 241वीं बटालियन का है.
कैंप खुलने के बाद से जवान क्षेत्र में सर्चिंग ऑपरेशन चला रहे हैं. दो दिन पहले ही जवानों ने माओवादिय़ों का शहीदी स्मारक को ध्वस्त किया था.
इससे माओवादी बौखलाए हुए हैं. जिसके विरोध में सोमवार की रात माओवादियों ने कैंप पर हमला बोल दिया.
इस समय जवान कैंप के बाहर पैदल पुल की सुरक्षा में तैनात थे.
माओवादियों ने जवानों पर बीजीएल यानी बैरल ग्रेनेड लॉन्चर दागे. साथ ही फायरिंग भी की.
जवानों ने भी तत्काल मोर्चा संभालते हुए जवाबी फायरिंग शुरू की. कुछ देर बाद ही जवानों को भारी पड़ता देख माओवादी भाग निकले.
घटना की पुष्टि करते हुए सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि माओवादियों द्वारा दागे गए गए बीजीएल की चपेट में आने से दो जवान घायल हो गए हैं.
दोनों जवानों की स्थिति खतरे से बाहर है. उनका उपचार कैंप में ही किया जा रहा है. दोनों जवान कोबरा बटालियन संख्या 206 के हैं.