राईस मिलर्स की मांगों पर बनी सहमति, अब उठाएंगे धान
रायपुर|संवाददाताः छत्तीसगढ़ में राइस मिलर्स की लंबित मांगों पर सहमति बन गई है. राइस मिलर्स धान का उठाव और कस्टम मीलिंग जारी रखने तैयार हो गए हैं.
रविवार को लघु उद्योग भारती और भारतीय किसान संघ के साथ राइस मिल एसोसिएशन के पदाधिकारियों की बैठक हुई.
बैठक में राईस मिलर्स की सभी मांगों पर बातचीत सार्थक रही.
शासन की तरफ से मिलर्स को उनकी पिछले साल के बकाया राशि का भुगतान शीघ्र करने का आश्वासन दिया गया है. साथ ही उनकी अन्य मांगों पर हल निकाला गया.
उसके बाद राईस मिलर्स ने धान का नियमित रूप से उठाव करने और कस्टम मिलिंग जारी रखने पर तैयार हो गए.
मिलर्स अपने हिस्से का चावल भारतीय खाद्य निगम और नागरिक आपूर्ति निगम में जमा करेंगे.
प्रदेश के राईस मिलर्स अपनी मांगों को लेकर पिछले काफी दिनों से अड़े हुए थे. जिस वजह से धान खरीदी केन्द्रों से धान का उठाव नहीं हो रहा है.
अभी तक किसी भी खरीदी केन्द्र से मिलर्स ने धान का उठाव नहीं किया था. जबकि प्रदेश में 14 नवंबर से धान खरीदी शुरू हुई है.
अब तक 18.09 लाख टन धान की खरीदी हो चुकी है. जबकि इस वर्ष 2739 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से 160 लाख टन धान खरीदी अनुमानित है.