झारखंड में 68 तो महाराष्ट्र में 59 फीसदी वोटिंग
नई दिल्ली|डेस्कः देश के दो राज्यों महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव के साथ ही चार राज्यों उत्तर प्रदेश, पंजाब, केरल और उत्तराखंड की 15 सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान संपन्न हो गया. साथ ही महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट पर उपचुनाव की वोटिंग हुई. महाराष्ट्र में शाम पांच बजे तक 58.22 फीसदी मतदान हुआ. वहीं झारखंड में शाम पांच बजे वोटिंग खत्म हो गई. यहां कुल 67.59 फीसदी वोटिंग हुई है. हालांकि फाइनल आंकड़ा अभी आना बाकी है.
बुधवार को मतदान खत्म होने के साथ ही इस चुनाव में उतरे सभी उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है. रिजल्ट 23 नवंबर को आएगा.
महाराष्ट्र विधानसभा की सभी 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में वोटिंग हुई.
इस बार यहां चुनावी मैदान में 4,136 उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं. महाराष्ट्र की 9.70 करोड़ जनता इन उम्मीदवारों का फैसला करेगी.
इस विधानसभा चुनाव में दो गठबंधन के बीच यहां सीधा मुकाबला है. महायुति और महा विकास अघाड़ी इस चुनाव में एक-दूसरे के आमने-सामने हैं.
मतदान केन्द्र में प्रत्याशी की मौत
महाराष्ट्र में शाम पांच बजे तक 58.22 प्रतिशत वोट डाले गए थे. जिसमें गढ़चिरौली में सबसे ज्यादा 69.63 प्रतिशत और मुंबई सिटी में सबसे कम 49.07 प्रतिशित वोट डाले गए.
मतदान के दौरान बीड विधानसभा क्षेत्र में निर्दलीय प्रत्याशी बाला साहब शिंदे की मतदान केंद्र पर ही मौत हो गई.
वही धुले के एक पोलिंग बूथ पर भाजपा और वंचित बहुजन अघाड़ी के कार्यकर्ताओं में मारपीट हुई.
इसी तरह झारखंड की 81-सदस्यीय विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण में 38 सीट के लिए मतदान हुआ.
यहां शाम पांच बजे मतदान खत्म हो गई. यहां पहले चरण का मतदान 13 नवंबर को हुआ था.
झारखंड में दोपहर तीन बजे तक 61 फीसदी से ज्यादा वोटिंग हुई थी.
यहां के 31 मतदान केंद्रों पर शाम के चार बजे तक और बाकी मतदान केंद्रों पर शाम के 5 बजे तक मतदान के लिए समय निर्धारित किया गया था.
झारखंड में कुल 67.59 फीसदी वोटिंग हुई है.
झारखंड में विधायक के साथ धक्का मुक्की
झारखंड में वोटिंग के आखरी समय में शाम साढ़े चार बजे गिरिडीह के होली स्कूल के बूथ पर जेएमएम और भाजपा समर्थक आपस में भिड़ गए.
बताया गया कि यहां कुछ लोग बोगस वोटिंग कर रहे थे, इसका भाजपा समर्थकों ने विरोध किया.
हंगामे की सूचना पर पहुंचे विधायक सुदिव्य कुमार सोनू से भी धक्का-मुक्की हुई.
यूपी में सीसामउ से करहल तक हंगामा
यूपी में करहल, कुंदरकी, सीसामऊ, कटेहरी, गाजियाबाद, खैर, मझवां, मीरापुर,फूलपुर ये नौ सीट हैं, जहां उपचुनाव के लिए वोटिंग हुई.
यहां वोटिंग को लेकर कई जगह तनातनी देखी गई.
यहां समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया है कि प्रशासन जानबूझकर वोटिंग को रोक रहा है. इसके जवाब में बीजेपी इसे हार से पहले की हताशा बता रही है.
वहीं मुरादाबाद की कुंदरकी सीट पर उस वक्त तनाव बढ़ गया जब समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी हाजी रिजवान ने चुनाव रद्द करने की मांग की.
यूपी में ज्यादातर उन सीटों पर हंगामे या तनाव की खबरें आती रहीं, जहां मुस्लिम वोटर बाहुल्य हैं.
मुस्लिम मतदाताओं का आरोप है कि बेरिकेडिंग लगाकर मुस्लिम मतदाताओं को जबरन वोटिंग से रोका गया.
पुलिस पर किया पथराव
उत्तर प्रदेश में वोटिंग के दौरान कई जगह विवाद की स्थिति उत्पन्न होती रही.
यहां के मुजफ्फरनगर जिले की मीरापुर सीट पर उपचुनाव की वोटिंग के दौरान भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया. जिसे देखते हुए पुलिस को जान बचाकर भागना पड़ा.
इसी तरह यहां के करहल, मीरापुर,, ककरौली, सीसामऊ सीट, मुजफ्फरपुर में पुलिस से झड़पें हुईं.
इस दौरान कानपुर में फर्जी वोटिंग का आरोप लगाकर जमकर हंगामा हुआ.
दोनों पार्टियों की तरफ से फर्जी वोटिंग का आरोप लगाया गया जीआईसी मैदान में दोनों पार्टियों के प्रत्याशी और कार्यकर्ता जमा हो गए थे.
यहां हंगामें को देखते हुए सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र के जीआईसी गेट पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
वोटिंग के बीच युवती की हत्या
मैनपुरी के करहल में वोटिंग के बीच एक दलित युवती की हत्या कर दी गई.
युवती के शव को बोरी में भरकर फेंक दिया गया था.
युवती के पिता ने गांव के एक युवक पर हत्या का आरोप लगाया है.
उन्होंने कहा कि वोट देने से मना करने पर युवक ने बेटी को मार डाला.
सपा और भाजपा ने वोटिंग के दौरान नियमों का पालन नहीं करने की शिकायतें चुनाव आयोग से की है.
शिकायत में आरोप लगाते हुए कहा है कि मुजफ्फरनगर जिले के मीरापुर विधानसभा क्षेत्र में फर्जी पहचान-पत्रों पर वोट डाले जा रहे हैं.
बाहर से आए लोगों को जिले की मस्जिदों, मदरसों और लॉज में ठहराया गया है.
पार्टी ने यह भी आरोप लगाया है कि घूंघट वाली महिलाओं को उनकी पहचान की जांच किए बिना वोट डालने दिया जा रहा है और इसका फायदा उठाकर पुरुष बुर्का पहनकर वोट डालने आ रहे हैं.
चुनाव के बीच पांच पुलिसवाले सस्पेंड
चुनाव आयोग ने सपा की शिकायत पर 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है.
आरोप है कि इन्होंने मतदाताओं के वोटर आईडी चेक किए और बूथ पर नहीं जाने दिया.
कानपुर में 2,मुरादाबाद में 3 और मुजफ्फरनगर में 2 पुलिसकर्मी सस्पेंड किए गए. वहीं मुरादाबाद में तीन को ड्यूटी से हटाया गया है.
दरअसल समाजवादी पार्टी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर यूपी उपचुनाव के दौरान कुछ समुदायों को मतदान करने से रोकने की शिकायत की थी.
इन शिकायतों का संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने यह कार्रवाई की है.