अंग्रेज गृहयुद्ध चाहते थे-मोहन यादव
भोपाल | डेस्क : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने कहा है कि अंग्रेजों ने 14 अगस्त को पाकिस्तान अलग कर दिया था यानि ये संकेत दिया था कि सारी रियासतें अलग हो जाएं, और इस देश में गृहयुद्ध हो जाए. लेकिन सरदार वल्लभ भाई पटेल ने ऐसा नहीं होने दिया.
डॉक्टर मोहन यादव मंगलवार को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर बोल रहे थे. इस मौके पर राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर भोपाल में रन फॉर यूनिटी को मुख्यमंत्री ने झंडा दिखा कर रवाना किया.
उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने उस युद्ध को बचाते हुए अपनी बुद्धि से सारी रियासतों को दो साल से भी कम समय में मिलाकर इस देश को स्वरूप दिया.
मध्य प्रदेश के खेल मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि आजादी अंग्रेजों ने चांदी की तश्तरी में रखकर नहीं दी थी. हजारों क्रांतिकारियों ने अपनी कुर्बानी दी थी. तब आजादी हमारे कंधों पर आई.
विश्वास सारंग ने कहा कि आजादी मिलने के बाद बहुत सारी रियासतें, राजा, रजवाडे़ थे, जिन्होंने इस देश में मिलने में भिन्नता का विचार रखा था. उस समय एक लौह पुरुष आया. जिन्होंने देश की आजादी के लिए बड़ा संघर्ष किया और 500 से ज्यादा रियासतों को हिन्दुस्तान में मिलाने का काम किया. उनका नाम था सरदार वल्लभ भाई पटेल.