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जादू-टोना के चक्कर में दो सगे भाइयों की मौत, कांकेर में एक की हत्या

सक्ती/कांकेर| संवाददाताः छत्तीसगढ़ के दो अलग-अलग जिलों में जादू-टोना व तंत्र साधना के चक्कर में तीन लोगों की मौत की ख़बर है.एक तरफ़ जहां सक्ती जिले में दो सगे भाइयों की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है, वहीं कांकेर जिले में जादू-टोना के शक में 6 लोगों ने मिलकर एक बुजुर्ग की हत्या कर दी है.

पुलिस के अनुसार छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले में एक परिवार के 6 सदस्य पूजा पाठ व तंत्र साधना कर रहे थे.

इसी दौरान दो सगे भाइयों की मौत हो गई. वहीं परिवार के अन्य चार सदस्य बेहोश हो गए, उन्हें सक्ती के अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

माना जा रहा है कि भूख और दम घुटने से उनकी मौत हो गई.

हालांकि पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.

बाबा की फोटो रख पूजा-पाठ

पुलिस ने बताया कि घटना बाराद्वारा थाना के तांदुलडीह गांव की है.

गांव की महिला फिरित बाई अपने घर में पूजा पाठ करवा रही थी. इसके लिए पूरा परिवार जुटा था.

फिरीत बाई अपने तीन बेटों विकास गोंड, विक्रम गोंड, विशाल गोंड और दो बेटियों चंद्रिका व अमरीकन बाई के साथ मिलकर पिछले 6-7 दिनों से भूखे-प्यासे रहकर, किसी बाबा की फोटो रख कर पूजा-पाठ कर रही थी.

इस दौरान कोई भी सदस्य घर से बाहर नहीं निकला था.

मां सहित चार अस्पताल में भर्ती

पुलिस ने बताया कि कल अचानक घर के अंदर से जोर-जोर से चिल्लाने की आवाज सुनकर मोहल्ले वालों के साथ उसके चचेरे भाई वहां पहुंचे.

घर के अंदर जाने पर देखा कि विकास गोंड और विक्रम गोंड बेहोशी की हालत में पड़े हुए थे.

मोहल्लेवासियों ने ही घटना की जानकारी पुलिस को दी.

मौके पर पहुंची पुलिस दोनों भाइयों को लेकर उपचार के लिए सक्ती जिला अस्पताल पहुंची. जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया.

इधर घर में मौजूद फिरित बाई और दोनों बेटी अमरीका बाई, चंद्रिका बाई और बेटा विशाल भी घटना की खबर लगते ही बेहोश हो गए.

आनन-फानन में इन लोगों को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

कांकेर में जादू-टोना के शक में बैगा की हत्या

इधर एक अन्य घटना में कांकेर जिले के कोरर थाना के ग्राम बांसकुंड में जादू-टोना के शक में बैगा गुनिया का काम करने वाले एक बुजुर्ग की हत्या कर दी गई. इस मामले में पुलिस ने 3 सगे भाइयों समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया है.

पुलिस ने बताया कि बैगा सुगनूराम उसेंडी का शव 14 अक्टूबर को गांव में मिला था.

शव के दोनों हाथ, पैर के अलावा गले में चोट के निशान थे.

इस मामले में बैगा के भतीजे रंजीत उसेंडी ने कोरर थाना में एफआईआर दर्ज कराई थी.

मामला संदिग्ध होने पर पुलिस ने गांव में कैंप किया तो भतीजे के खिलाफ अहम सुराग मिले. उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो मामला खुला गया.

भतीजे ने रची साचिश

पुलिस ने बताया कि बैगा का भतीजा रंजीत उसेंडी के पिता अंकालू राम की तीन साल पहले अचानक बीमार होने से मौत हो गई थी.

इसी तरह हत्या में शामिल सुनील उईके के पिता छेरकूराम दर्रो की मौत करीब डेढ़ साल पहले हो गई थी.

एक अन्य आरोपी प्रकाश दर्रो के पिता समधर दर्रो की मौत दो माह पहले हो गई थी.

तीनों अपने पिता की मौत के लिए बैगा को जिम्मेदार मानते थे.

6 आरोपी गिरफ्तार

आरोपी रंजीत, प्रकाश, सुनील तीनों एक साथ पढ़ते थे और तीनों में गहरी दोस्ती थी.

तीनों ने पिता की मौत का बदला लेने एक सप्ताह पूर्व बैगा की हत्या की साजिश रची.

रविवार को बैगा मंदिर से अपने घर जा रहा था, उसी समय तीनों ने टंगिया व लाठी डंडे से पीटकर हत्या कर दी.

हत्या के इस वारदात को अंजाम देने के लिए सुनील ने अपने सगे भाई अमित उईके व जगदीश उईके व दोस्त कौशल मरकाम को भी शामिल किया था.

हत्या के बाद सुनील ने अपने भाई व दोस्त कौशल को बताया बैगा की हत्या कर दी है. पता नहीं जिंदा है कि मर गया.

इसके बाद अमित, जगदीश, कौशल और प्रकाश दर्रो दोबारा मौके पर पहुंचे और बैगा की लाठी डंडा से पिटाई की और लाश को उठा किनारे फेंक दिया था.

पुलिस ने सभी 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

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