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महाराष्ट्र में 20 और झारखंड में 13, 20 नवंबर को होंगे चुनाव

नई दिल्ली | डेस्क:महाराष्ट्र में 20 नवंबर को मतदान और 23 नवंबर को चुनाव के नतीजे आएंगे. इसी तरह झारखंड में दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को वोटिंग होगी और 23 नवंबर को नतीजे आएंगे.

चुनाव आयोग ने मंगलवार को दोनों राज्यों में चुनाव तारीखों की घोषणा की.

मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को ख़त्म हो जाएगा. वहीं. झारखंड विधानसभा का कार्यकाल पाँच जनवरी 2025 में ख़त्म होगा.

राजीव कुमार ने कहा, “महाराष्ट्र और झारखंड में एजेंसियों को सख्त निर्देश दिया है कि वो निष्पक्ष चुनाव कराएंगे.”

पिछले चुनाव में महाराष्ट्र का हाल

महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटे हैं. यहां सरकार बनाने के लिए 145 सीटों की ज़रूरत होती है.

2019 के विधानसभा चुनाव में बाजपा को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 सीटें और कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं थीं. एआईएमआईएम, समाजवादी पार्टी और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना जैसी कई पार्टियां भी इस चुनाव में सीट हासिल करने में सफल रही थी.

शिवसेना की सरकार बनने के बाद भी महाराष्ट्र की राजनीति स्थिर नहीं रह सकी. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को 2022 में अपने पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा था. इसके बादस शिवसेना के भीतर से टूटकर निकले और असली शिवसेना होने का दावा करने वाले एकनाथ शिंदे राज्य के मुख्यमंत्री बने.

एक तरफ एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के एक गुट को तोड़ा वहीं दूसरू ओर शरद पवार के भतीजे अजीत पवार एनसीपी के एक गुट को तोड़ कर लाने में सफल रहे. इन दोनों ने भी भाजपा के साथ मिल कर राज्य में सरकार बना डाली.

राज्य में शरद पवार की एनसीपी, उद्धव ठाकरे की शिवसेना और कांग्रेस, तीनों पार्टियां विपक्ष में हैं.

झारखंड में 81 सीटें

झारखंड में विधानसभा की 81 सीटें हैं.

झारखंड में कुल मतदाता की संख्या 2,55,18,642 हैं, जिसमें पुरुष मतदाता की संख्या 1,29,97,325 है, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 1,25,20,910 है.

पिछले चुनाव में शिबू सोरेन-हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा को 30 सीटें मिली थीं. वहीं भाजपा को 25 सीटों पर संतोष करना पड़ा था.

कांग्रेस पार्टी को 2019 के विधानसभा चुनाव में 16 सीटें मिली थीं, जबकी आरजेडी को 1 सीट से संतोष करना पड़ा था.

तीन सीटों के साथ झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) चौथे नंबर की पार्टी बनी थी. ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) को दो, आरजेडी, सीपीआई (एमएल) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को एक-एक सीटें मिली थीं. इसके अलावा दो निर्दलीय चुनाव जीत कर पहुंचे थे.

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