5 दिनों की पुलिस रिमांड पर गैंगस्टर अमन साहू
रायपुर | संवाददाता : झारखंड के गैंगस्टर अमन साहू को रायपुर की अदालत ने 19 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड पर सौंप दिया है. अगले पांच दिनों तक अमन साहू से पुलिस पूछताछ करेगी.
झारखंड की जेल में बंद अमन साहू को पिछले एक साल में 4 बार वारंट जारी किया गया था. लेकिन हर बार वारंट जारी होते ही उसका जेल बदल जाता था. अब जा कर पांचवीं बार उसे प्रोडक्शन वारंट पर छत्तीसगढ़ लाया गया, जहां सोमवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया.
अदालत में बताया गया कि अमन साहू रायपुर में कारोबारी प्रह्लाद राय अग्रवाल पर गोली चलवाने का मुख्य आरोपी है. इसके अलावा कई लोगों को धमकी दे कर अवैध रुप से पैसे वसूलने का भी आरोप उस पर है.
असल में झारखंड में रंगदारी टैक्स वसूलने के लिए ए के 47 के साथ चलने वाला, बेहद पतला-दुबला, 12वीं पास, मोबाइल दुकान चलाने वाला अमन साहू 17 साल की उम्र में ही रंगदारी वसूलने लगा था. उसके ख़िलाफ़ 50 से अधिक मामले दर्ज हैं.
अमन साहू को 2019 में गिरफ्तार किया गया था. लेकिन 29 सितंबर 2019 को वह हिरासत से फरार हो गया. लगभग तीन साल बाद, पुलिस ने उसे जुलाई 2022 में दोबारा गिरफ्तार किया. तब से वह झारखंड की जेल में है.
पुलिस का दावा है कि वह जेल से ही अपने गैंग को ऑपरेट करता है. आरोप है कि वह राजस्थान के अनूपगढ़ जिले की नई मंडी थाना क्षेत्र के जीडीए पुरानी मंडी घड़साना के रहने वाले सुनील कुमार मीणा ऊर्फ मयंक सिंह के सहयोग से लारेंस विश्नोई से जुड़ा हुआ है. विश्नोई भी जेल में है. दो दिन पहले मुंबई में पूर्व मंत्री बाबा सिद्दिकी की हत्या की ज़िम्मेवारी इसी लारेंस विश्नोई गैंग ने ली है.
इस साल जुलाई में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दिन दहाड़े बड़े कारोबारी प्रह्लाद अग्रवाल की गाड़ी पर गोली चलाई गई थी.
आरोप था कि लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू गैंग ने यह हमला करवाया है. इसी गैंग से जुड़े मयंक सिंह ने दो महीने पहले धमकी दी थी और कारोबारियों को चेतावनी दी थी कि बोर्ड ऑफ डायरेक्ट, टीम एंड फैमिली से बहुत जल्द एक आदमी कम कर दूँगा.
बाद में मयंक सिंह ने इस हमले की ज़िम्मेवारी लेते हुए एक मेल भी भेजा.
अब जबकि अमन साहू को छत्तीसगढ़ पुलिस की रिमांड मिल चुकी है, ऐसे में माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में अपराध की दुनिया के कई राज खुलेंगे.