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रतन टाटा का निधन

नई दिल्ली | डेस्क: भारत के जानेमाने उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार रात मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया.

कुछ दिनों पहले ही उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था. इस दौरान उन्होंने एक बयान जारी कर बताया था कि उनकी तबीयत ठीक है और सामान्य चेक-अप के लिए अस्पताल में हैं. उन्होंने अपने स्वास्थ्य को लेकर “गलत सूचना” न फैलाने की सलाह दी थी.

उनके निधन की सूचना देते हुए टाटा समूह ने एक्स पर लिखा-“हम रतन नवल टाटा को गहरी क्षति के साथ विदाई दे रहे हैं, वे वास्तव में एक असाधारण व्यक्ति थे, जिनके अतुलनीय योगदान ने न केवल टाटा समूह को बल्कि हमारे राष्ट्र के ढांचे को भी आकार दिया है…..”

28 दिसंबर 1937 को जन्में रतन टाटा देश के उन थोड़े से उद्योगपतियों में शुमार थे, जिनकी सामाजिक क्षेत्र में भी अपने काम काज के कारण विशिष्ट पहचान थी. टाटा की कमाई का एक बड़ा हिस्सा सामाजिक कार्यक्रमों के लिए खर्च होता था. यह सिलसिला उस दौर से जारी था, जब देश में सीएसआर यानी कंपनी सोशल रिस्पांसबिलिटी की बाध्यता नहीं थी और औद्योगिक घराने अपनी कमाई के लिए चोर दरवाज़े नहीं तलाशते रहते थे.

रतन टाटा को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था.

उनके निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ट्वीट किया, “श्री रतन टाटा के दुखद निधन से भारत ने एक ऐसे आइकन को खो दिया है, जिन्होंने कॉर्पोरेट विकास को राष्ट्र निर्माण और उत्कृष्टता को नैतिकता के साथ जोड़ा. पद्म विभूषण और पद्म भूषण से सम्मानित, उन्होंने टाटा की महान विरासत को आगे बढ़ाया और इसे और अधिक प्रभावशाली वैश्विक उपस्थिति दी. उन्होंने अनुभवी पेशेवरों और युवा छात्रों को समान रूप से प्रेरित किया. परोपकार और दान के लिए उनका योगदान अमूल्य है. मैं उनके परिवार, टाटा समूह की पूरी टीम और दुनिया भर में उनके प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करती हूं.”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि श्री रतन टाटा जी एक विज़नरी बिज़नेस लीडर और एक असाधारण व्यक्ति थे. उन्होंने भारत के एक प्रतिष्ठित उद्योग घराने को स्थायी लीडरशिप दी थी.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि देते हुए एक्स पर लिखा कि रतन टाटा के पास एक विज़न था. उन्होंने बिज़नेस और परोपकार के क्षेत्र में अपने निशान छोड़े हैं.

देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि देते हुए एक्स पर लिखा, ‘‘श्री रतन टाटा के देहांत से दुखी हूं. वह भारतीय उद्योग जगत के एक असाधारण व्यक्ति थे. उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था, उद्योग और व्यापार में स्मरणीय योगदान दिया है. मेरी संवेदनाएं उनके परिवार, दोस्त और प्रशंसकों के साथ है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे.’’

गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने ट्वीट किया, “रतन टाटा के साथ गूगल में मेरी आखिरी मुलाकात में हमने वेमो की प्रगति के बारे में बात की और उनका विजन सुनना प्रेरणादायक था. वे एक असाधारण व्यवसाय और परोपकारी विरासत छोड़ गए हैं और भारत में आधुनिक व्यावसायिक नेतृत्व को मार्गदर्शन और विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उन्हें भारत को बेहतर बनाने की गहरी चिंता थी. उनके प्रियजनों के प्रति गहरी संवेदना और श्री रतन टाटा जी को शांति मिले.”

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