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लाडकी बहीण योजना पर फिर उठे सवाल

मुंबई | डेस्क : महाराष्ट्र की लाडकी बहीण योजना को लेकर राज्य में विवाद शुरु हो गया है. विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि दोबारा जीत कर आने के बाद सरकार इस योजना में महिलाओं को महज 150 रुपये देगी.

हालांकि मुखयमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि विपक्ष घबरा गई है, इसलिए राज्य की इस महत्वपूर्ण योजना को निशाना बना रही है.

असल में लाडकी बहीण योजना पर पहला हमला शिव सेना नेता आदित्य ठाकरे ने बोला. उन्होंने कहा कि लाडकी बहीण योजना की इस सरकार को तब याद आई जब भाजपा चुनाव हारने लगी है.

आदित्य ठाकरे ने कहा-“इस योजना के बारे में ये जो पहले 15 हज़ार की बात कर रहे थे अब 1500 रुपये पर आ गए हैं. जब इनकी सरकार वापस चुनी जाए तो ये 150 रुपये पर आएंगे. हम ये कहना चाहते हैं कि महाविकास अघाड़ी की सरकार बनने वाली है और हम ये लाडकी बहीण योजना बनाकर दिखाएंगे.”

इसके बाद एनसीपी शरद पवार के नेता जितेंद्र आव्हाड ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कोई योजना महाराष्ट्र में चलने वाली नहीं है.

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने आरबीआई से कहा कि एक हफ्ते में 3000 करोड़ रुपये दे दीजिए. आज़ादी के बाद इस देश के इतिहास में कोई ऐसा राज्य नहीं रहा जिसने एक हफ़्ते में ही 3000 करोड़ रुपये मांगे हों.

आव्हाड ने सवाल उठाया कि वे इस पैसे को कैसे वापस करेंगे?

इन सवालों के बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि विपक्ष जनता का कल्याण चाहता ही नहीं है. शिंदे ने कहा, “मुख्यमंत्री-माझी लाडकी बहीण योजना को लेकर विपक्ष वाले पहले दिन से विरोध में थे. इस कारण कोर्ट में भी गए.”

मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाते हुए कहा कि हम जो बोलते है, वो करते हैं. सभी लोगों के लिए हमने योजना बनाई है. विपक्ष को पता है कि लोकसभा वाली बात नहीं रही है. हमारा जनता से लेना-देना है.

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