ख़बर ख़ासछत्तीसगढ़ताज़ा खबर

पुलिस मुखबिरी के शक में ग्रामीण की हत्या

सुकमा|संवाददाताः छत्तीसगढ़ के सुकमा में संदिग्ध नक्सलियों ने पुलिस की मुखबिरी करने के शक में एक और ग्रामीण की हत्या कर दी है.

बीती रात काफी संख्या में नक्सली ग्रामीण के घर पहुंचे और धारदार हथियार से गला रेतकर उसे मार डाला.

घटना भेज्जी थाना क्षेत्र के ग्राम भंडारपदर की है.

पुलिस के मुताबिक ग्रामीण सोयम पांडू उम्र 50 साल बुधवार रात को खाना खाने के बाद अपने घर में सो रहा था.

देर रात को करीब 10 से 12 हथियार बंद नक्सली सोयम के घर पहुंचे. दरवाजा खटखटा कर सोयम को जगाया.

दरवाजा खोलते ही सभी नक्सली घर के अंदर घुस गए.  पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाते हुए  पहले उसे जमकर पीटा.

उसके बाद परिवार वालों के सामने ही धारदार हथियार से गला काटकर उसे मार डाला.

घटना को अंजाम देने के बाद सभी नक्सली वहां से भाग निकले.

परिजन रात भर डर की वजह से घर से बाहर नहीं निकले.

सुबह होने के बाद घटना की जानकारी ग्रामीणों को दी. उसके बाद ग्रामीणों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी.

जन अदालत में 2 को दी थी फांसी

कुछ दिन पहले ही नक्सलियों ने बीजापुर जिले के भैरमगढ़ में जनअदालत लगाकर दो ग्रामीणों को मौत की सजा दी थी.

सैकड़ों ग्रामीणों के सामने उन्हें फांसी के फंदे पट लटका कर मार डाला था.

नक्सलियों ने जप्पेमरका गांव के दो ग्रामीण माड़वी सूजा और पोडियाम कोसा के साथ मिरतुर छात्रावास के छात्र पोडियाम हिड़मा का अपहरण किया था.

अपहरण करने के बाद तीनों को नक्सली दो दिनों तक जंगल में अपने साथ घुमाते रहे.

इसके बाद जप्पेमरका गांव में जन-अदालत बुलाई थी. जहां तीनों पर पुलिस की मुखबिरी करने का आरोप लगाया था.

जन अदालत में दोनों ग्रामीणों को मौत की सजा सुनाई गई. वहीं छात्र को चेतावनी देकर छोड़ दिया था.

नक्सलियों की भैरमगढ़ एरिया कमेटी ने घटना की जिम्मेदारी लेते हुए इसकी तस्वीर भी जारी की थी.

error: Content is protected !!