आतिशी बनीं दिल्ली की मुख्यमंत्री
नई दिल्ली | डेस्क: आतिशी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बन गई हैं. शनिवार को उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने उन्हें पद की शपथ दिलाई.
आतिशी के अलावा कैलाश गहलोत, गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत ने भी मंत्री पद की शपथ ली है.
इनमें मुकेश अहलावत नया नाम है.
उनके अलावा मंत्री पद की शपथ लेने वाले सभी विधायक अरविंद केजरीवाल के कार्यकाल में भी मंत्री पद पर थे.
कौन हैं आतिशी
8 जून 1981 को जन्मी आतिशी, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विजय सिंह और त्रिप्ता वाही की बेटी हैं. उनका परिवार राजपूत-पंजाबी मिश्रित पृष्ठभूमि वाला है.
उनके माता-पिता ने उन्हें ‘आतिशी मार्लेना’ नाम दिया था.
2018 में, राष्ट्रीय चुनावों से ठीक पहले, उन्होंने अपने उपनाम का उपयोग बंद कर केवल ‘आतिशी’ नाम अपनाया. उनका मानना था कि लोग उनके काम पर ध्यान केंद्रित करें, न कि उनके पारिवारिक इतिहास पर.
आतिशी का पालन-पोषण दिल्ली में हुआ. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा स्प्रिंगडेल्स स्कूल, नई दिल्ली से प्राप्त की. 2001 में, उन्होंने सेंट स्टीफन कॉलेज, दिल्ली से इतिहास में स्नातक किया. इसके बाद, उन्होंने चिवनिंग स्कॉलरशिप पर ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से इतिहास में मास्टर डिग्री 2003 में पूरी की. 2005 में, वह रोड्स स्कॉलर के रूप में मैग्डालेन कॉलेज, ऑक्सफोर्ड चली गईं.
जनवरी 2013 में, आतिशी आम आदमी पार्टी के नीति निर्माण से जुड़ीं, जो एक सामाजिक आंदोलन से विकसित हुई थी. 2015 में, वह मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में जल सत्याग्रह आंदोलन का हिस्सा बनीं.
2019 के लोकसभा चुनावों के लिए उन्हें पूर्वी दिल्ली का लोकसभा प्रभारी नियुक्त किया गया, जहां उन्होंने आप के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा. हालांकि, वह भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार गौतम गंभीर से हार गईं.
2020 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में, आतिशी ने दक्षिण दिल्ली के कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार धरमबीर सिंह को 11,422 मतों के अंतर से हराया.