स्वाभिमान मंच के कारण मोर्चे से निकली एनपीपी
जगदलपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए गठित संयुक्त मोर्चा से पीए संगमा के नेतृत्व वाली नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के अलग होने के लिए छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच जिम्मेवार है.
मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अरविंद नेताम ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए इस आशय की बात कही. एनपीपी के गठबंधन से बाहर होने के बाद पहली बार जगदलपुर पहुँचे वरिष्ठ आदिवासी नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री नेताम ने आरोप लगाया कि मंच लगातार अपने एकतरफा निर्णयों से परेशानी खड़ी कर रहा था.
उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय व राष्ट्रीय राजनीतिक दलों की सोच व एप्रोच में अंतर होता है. गठबंधन में सीपीआई एक राष्ट्रीय दल है, पर स्वाभिमान मंच अपना निर्णय बाकी सहयोगियों पर थोपने का प्रयास करता है. श्री नेताम ने कहा कि एनपीपी एनडीए का सहयोगी है, पर प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर की परिस्थितियों के आधार पर उनका स्टैंड अलग-अलग है.
प्रदेश में एनडीए है ही नहीं और संयुक्त मोर्चा प्रदेश स्तर का गठबंधन है. ऐसी स्थिति में किसी पर दोषारोपण उचित नहीं है.
अरविंद नेताम ने यह भी कहा कि दरअसल स्वाभिमान मंच की मंशा प्रदेश की सारी सीटों पर चुनाव लड़ने की थी. आदिवासी बहुत बस्तर व कांकेर लोकसभा क्षेत्रों में मंच का बिल्कुल भी प्रभाव नहीं है लेकिन मंश यहां भी अपने प्रत्याशी खड़ा करने पर तुला हुआ था जिसको लेकर मोर्चा में मतभेद हुआ.