अग्नि-5 ने रक्षा क्षमता में इजाफा किया
भुवनेश्वर | एजेंसी: भारत द्वारा परीक्षण किये गये परमाणु सक्षम मिसाइल अग्नि-5 की चीन तथा पाकिस्तान के अंदरूनी हिस्सो तक में वार करने की क्षमता है. अग्नि-5 का परीक्षण डेढ़ साल से भी कम समय में दूसरी बार किया गया है. पहला परीक्षण अप्रैल 2002 में किया गया था.
ज्ञात्वय रहे कि भारत ने रविवार को परमाणु सक्षम मिसाइल अग्नि-5 का सफल परीक्षण किया. अग्नि-5 मिसाइल भुवनेश्वर से 200 किलोमीटर दूर भद्रक में स्थित प्रक्षेपण केंद्र, इनर ह्वीलर द्वीप से दागी गई.
अग्नि-5 के परीक्षण के बाद भारत ने अब रक्षा मामलों में अमेरिका, रूस और चीन जैसे राष्ट्रों के समूह में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है, जिनके पास 5,000 किलोमीटर तक मार करने वाली मिसाइलें हैं.
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के प्रवक्ता आर. के. गुप्ता ने बताया कि, “अग्नि-5 का परीक्षण सफल रहा.” उन्होंने कहा कि ताजा परीक्षण के बाद डीआरडीओ अब मिसाइल उत्पादन और उसे सेना में शामिल करने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए तैयार है. हालांकि इसे सेना में शामिल किए जाने से पहले कुछ और परीक्षण किए जा सकते हैं.
अग्नि-5 मिसाइल के सफल परीक्षण ने भारत की रक्षा क्षमता में इजाफा किया है. खासकर पाकिस्तान की तुलना में भारत को बढ़त हासिल हो गई है.