डायरिया से 2 बैगाओं समेत 5 की मौत
रायपुर । संवाददाताः छत्तीसगढ़ में डायरिया का प्रकोप कम होता नज़र नहीं आ रहा है. पिछले दो दिनों में कबीरधाम ज़िले में दो बैगाओं की मौत हो चुकी है.
इसके अलावा जांजगीर-चांपा में एक और बिलासपुर में भी दो लोगों की डायरिया से मौत हो गई.
कबीरधाम ज़िले के बोड़ला ब्लॉक के सोनवाही गांव में बुधवार को गांव के सोनसिंह पति ईतवारी बैगा और फूलबाई पति मंगल सिंह को उल्टी-दस्त की शिकायत होने पर अस्पताल ले जाया गया, जहां दोनों की मौत हो गई.
बताया गया कि सोनसिंह उस दिन खेत में काम करने गई थी, वहां से लौटते समय तबीयत खराब हुई. लगातार उल्टी होने के कुछ घंटे बाद ही उसने दम तोड़ दिया.
गांव में एक ही दिन दो-दो मौत होने से हड़कंप मच गया.
इसके बाद ज़िले के कलेक्टर जन्मेजय महोबे, जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल, सीएमएचओ डॉ. बीएल राज गांव पहुंचे और उन्होंने घर-घर में जांच शुरु करवाई.
गांव के दो डायरिया पीड़ितों को अस्पताल में भर्ती किया गया.
इस दौरान पता चला कि गांव के तीन और लोगों की पिछले सप्ताह भर में मौत हो चुकी है.
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में शुद्ध पेयजल की सुविधा नहीं है. जल जीवन मिशन के तहत गांव में नल कनेक्शन लगे जरूर हैं लेकिन अभी पानी की आपूर्ति शुरु नहीं की गई है.
इधर जांजगीर-चांपा के करमंदा में एक डायरिया पीड़ित की मौत हो गई.
गांव के लगभग तीन दर्जन लोगों 34 लोगों को उल्टी-दस्त की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है, इनमें कुछ पीड़ितों की हालत गंभीर बनी हुई है.
पिछले सप्ताह भर से सैकड़ों लोगों को चपेट में लेने वाले डायरिया का कहर बिलासपुर ज़िले में कम होता नज़र नहीं आ रहा है.
इस बीच ग्राम नेवसा निवासी नेहा धीवर की डायरिया से मौत की ख़बर है. बिल्हा के मदनपुर गांव के 45 साल के हीराराम की भी बुधवार को डायरिया से मौत हो गई.