राहुल ने लिखी वायनाड के लोगों के नाम भावुक चिट्ठी
नई दिल्ली | डेस्क: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वायनाड की जनता के नाम एक भावुक चिट्ठी लिखी है.उन्होंने वायनाड की सीट छोड़ने को लेकर अफ़सोस जताया है.
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने रायबरेली और वायनाड दोनों ही जगहों से चुनाव जीता है. 17 जून को उन्होंने वायनाड सीट छोड़ने और रायबरेली सीट से सांसद बने रहने का फ़ैसला किया था.
अब उन्होंने वायनाड की जनता के नाम एक खुली चिट्ठी लिखी है.
राहुल गांधी ने अंग्रेज़ी में इस चिट्ठी में लिखा-
प्रिय वायनाड के बहनों और भाइयों,
मैं उम्मीद करता हूं कि आप अच्छे होंगे. आपने मीडिया के सामने खड़े होकर, अपने फैसले के बारे में बताते हुए मेरी आंखों में उदासी जरूर देखी होगी.
तो मैं दुखी क्यों हूं?
मैं आपसे पांच साल पहले मिला था. पहली बार जब मैं आपके पास आया, तो मैं आपसे समर्थन मांगने के लिए आया था. मैं आपके लिए अजनबी था, फिर भी आपने मुझ पर भरोसा किया. आपने मुझे बेइंतेहा प्यार और स्नेह से गले लगाया. इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ा कि आपने किस राजनीतिक विचारधारा का समर्थन किया, आप किस समुदाय से थे या आप किस धर्म को मानते थे या आप कौन सी भाषा बोलते थे.
जब मैं हर दिन अपमान सह रहा था, तब आपके निःशर्त प्रेम ने मेरी रक्षा की. आप मेरे लिए शरण, घर और परिवार बने. मुझे एक क्षण के लिए भी नहीं लगा कि आपने मुझ पर संदेह किया.
मैंने बाढ़ के दौरान जो देखा, उसे मैं कभी नहीं भूलूंगा. परिवार दर परिवार ने सब कुछ खो दिया था. जीवन, संपत्ति, दोस्त सब कुछ चले गए, लेकिन फिर भी आप में से एक भी, यहां तक कि सबसे छोटे बच्चे ने भी अपनी गरिमा नहीं खोई.
मैं उन अनगिनत फूलों को और गले लगाने को याद रखूंगा. हर किसी ने इतने सच्चे प्यार और कोमलता से साथ दिया. हजारों लोगों के सामने, मेरे भाषणों का अनुवाद करने वाली लड़कियों की बहादुरी, खूबसूरती और आत्मविश्वास को मैं कैसे भूल सकता हूं.
संसद में आपकी आवाज बनना वास्तव में खुशी और सम्मान की बात थी.
मैं दुखी हूं, लेकिन मुझे यह सोचकर तसल्ली मिल रही है कि मेरी बहन प्रियंका आपका प्रतिनिधित्व करने के लिए वहां होंगी. मुझे भरोसा है कि अगर आप उन्हें मौका देते हैं तो वह आपकी सांसद बनकर बेहतरीन काम करेंगी.
मैं यह सोचकर भी तसल्ली महसूस कर रहा हूं क्योंकि रायबरेली के लोगों में मेरा एक प्यारा परिवार है और एक रिश्ता है जिसे मैं गहराई से संजोकर रखता हूं. आपके और रायबरेली दोनों ही जगहों के लोगों के प्रति मेरी मुख्य प्रतिबद्धता यह है कि हम देश में फैलाई जा रही नफरत और हिंसा से लड़ेंगे और उसे हराएंगे.
मुझे नहीं पता कि आपने मेरे लिए जो कुछ किया है, उसके लिए मैं आपको कैसे धन्यवाद दूं. जब मुझे सबसे ज्यादा जरूरत थी तब आपने मुझे प्यार और सुरक्षा दी. आप मेरे परिवार का हिस्सा हैं और मैं हमेशा आप में से हर एक के लिए वहां रहूंगा.
बहुत-बहुत धन्यवाद.
प्यार
राहुल