अब यूजीसी नेट की परीक्षा भी रद्द
नई दिल्ली | डेस्क: मोदी सरकार पर परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक होने का सिलसिला जारी है. अब सरकार ने प्रश्नपत्र में गड़बड़ी की आशंका में यूजीसी नेट UGC-NET की परीक्षा रद्द कर दी है.
केंद्र सरकार ने कहा है कि इस मामले की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंप दिया गया है. इधर यूजीसी नेट की परीक्षा नये सिरे से आयोजित की जाएगी.
सरकारी सूत्रों का कहना है कि 19 जून को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग को परीक्षा के बारे में गृह मंत्रालय के इंडियन साइबर क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर से परीक्षा में गड़बड़ी की खबर मिली थी.
शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह संकेत मिला कि परीक्षा कराने में ईमानदारी नहीं बरती गई.
इसके बाद शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए इसे रद्द करने का आदेश नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को दिया.
विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर पदों के लिए और जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए पात्रता निर्धारित करने के लिए आयोजित की गई इस परीक्षा में 9 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल हुए थे.
एक बयान में, शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग-राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा की जून की परीक्षा मंगलवार को देश भर में दो पालियों में ओएमआर मोड में आयोजित की गई थी.
मंत्रालय ने कहा- “19 जून, 2024 को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग को गृह मंत्रालय के अधीन भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र की राष्ट्रीय साइबर अपराध खतरा विश्लेषण इकाई से परीक्षा के बारे में कुछ इनपुट प्राप्त हुए. इन इनपुट से प्रथम दृष्टया संकेत मिलता है कि उक्त परीक्षा की सत्यनिष्ठा से समझौता किया गया है.”
मंत्रालय ने कहा कि वह “परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता और पवित्रता के उच्चतम स्तर को सुनिश्चित करने के लिए” जून 2024 की परीक्षा को रद्द करने की घोषणा कर रहा है और यह परीक्षा किसी तिथि पर नए सिरे से आयोजित की जाएगी, जिसकी जानकारी बाद में साझा की जाएगी.
इधर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, “भाजपा सरकार की ढिलाई और भ्रष्टाचार युवाओं के लिए घातक है. नीट घोटाले की खबर के साथ ही अब 18 जून को आयोजित नेट परीक्षा भी अनियमितताओं के कारण रद्द कर दी गई है. क्या जवाबदेही तय होगी? क्या शिक्षा मंत्री इस दोषपूर्ण व्यवस्था की जिम्मेदारी लेंगे?”