आरंग कांड: गो तस्करी के शक़ में हमले के शिकार सद्दाम कुरैशी की भी मौत
रायपुर । संवाददाता: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगे हुए आरंग में गो तस्करी के शक में हुए हमले में तीसरे पीड़ित सद्दाम कुरैशी की भी मौत हो गई.
वे आरंग में हुए हमले के पीड़ित और एकमात्र प्रत्यक्षदर्शी थे.
दस दिनों तक अस्पताल में मौत और जिंदगी से जूझ रहे सद्दाम कुरैशी की स्थिति पहले दिन से ही गंभीर बनी हुई थी.
इसके साथ ही आरंग में मारे जाने वालों की संख्या तीन हो गई.
सात मई को ट्रक में भैंस ले कर जा रहे सहारनपुर के व्यापारी चांद मिया और गुड्डू ख़ान की उसी दिन, भीड़ के हमले में मौत हो गई थी.
पुलिस ने इस मामले में विशेष टीम बनाने का दावा किया था.
लेकिन आज घटना के दस दिन बाद भी एक भी व्यक्ति की गिरफ़्तारी नहीं हो पाई है.
हालांकि कुछ लोगों को हिरासत में लिए जाने और बाद एक विधायक और पूर्व मंत्री के हस्तक्षेप के बाद आरोपियों को छोड़े जाने की चर्चा भी है. लेकिन पुलिस इससे इंकार कर रही है.
क्या हुआ था
सात मई की रात दो से ढ़ाई बजे के बीच भैंस ले कर जा रहे सहारनपुर उत्तरप्रदेश के चांद मिया और गुड्डू ख़ान की भीड़ ने हत्या कर दी थी. इसके अलावा सद्दाम हुसैन को बुरी तरह से घायल कर दिया था.
स्थानीय लोगों का कहना है कि तीनों युवक महासमुंद ज़िले के बरौदा मवेशी बाज़ार पहुंचे थे. वहां उन्होंने भैंसें ख़रीदीं और भैंसों को ट्रक में भरकर ओडिशा के लिए निकल गए.
लेकिन रास्ते में कुछ लोगों ने इनका पीछा किया जिसके बाद इन्होंने रायपुर जाने का फ़ैसला किया.
इसी दौरान आरंग के पास महानदी के पुल पर बाइक सवार लोगों ने उनकी गाड़ी को रोका और उन्हें बुरी तरह से पीटा.
घायल सद्दाम क़ुरैशी ने एक वायरल वीडियो में माना कि भीड़ ने उन्हें पीटा और फिर पुल से नीचे फेंक दिया.
माना जा रहा है कि गो-तस्करी के आरोप में इन तीनों पर हमला किया गया था.